कब्ज के लिए योगासन: नौकासन (Boat Pose) करने का तरीका
- इस आसन को करने के लिए पीठ के बल लेट जाएं और अपने पैरों को एक साथ रखें।
- आपके हाथ बिल्कुल आराम की स्थिति में हों।
- अब गहरी सांस लें और इसे छोड़ते हुए हाथों को उठायें और पैरों की तरफ ले जाने की कोशिश करें।
- इसके साथ ही अपने पैरों और छाती को भी ऊपर उठाएं।
- ऐसा करने से आपके पेट की मांसपेशियां सिकुड़ेगी।
- इसी तरह से गहरी सांस लें और इसी स्थिति में कुछ देर रहें।
- इसके बाद सांस छोड़ते हुए सामान्य स्थिति में आ जाएं।
वैसे तो कब्ज के लिए योगासन (Yoga asanas for constipation) का कोई तोड़ नहीं है। यहां तक कि रिसर्च से भी यह बात सबित हो चुकी है। लेकिन योग से अगर आपको ज्यादा फर्क नहीं पड़ रहा हो, तो घबराने की कोई बात नहीं। क्योंकि आपके पास और भी तो इलाज हैं! और अब हम उनके बारे में भी आपको बताने ही वाले हैं।
रात काली ना करें, क्योंकि इसबगोल (Psyllium Husk) दिन में तो उजाला कर ही देगा!
पेट की तकलीफ हो और घर में इसबगोल का नाम ना आए, ऐसा हो ही नहीं सकता! हमें पक्का यकीन है कि आपने भी इसके बारे में जरूर सुना होगा। इसबगोल फाइबर से भरपूर होता है, जो एक तरह का लैक्सेटिव ही माना जाता है। वहीं जब आप इसे खाते हैं, तो सख्त स्टूल नरम होकर शरीर से बाहर निकल जाता है। फोर्टिस हॉस्पिटल के मेटाबॉलिक सर्जरी डिपार्टमेंट के डायरेक्टर, डॉ. प्रदीप जैन के मुताबिक, “ईसबगोल बिना पचा हुआ फाइबर होता है, जो स्टूल को इकट्ठा करने और मुलायम बनाने के काम आता है। जिससे स्टूल को निकलने में कोई कठिनाई नहीं होती।” इसलिए कब्ज (constipation) है, तो इसबगोल भी होगा ही। साथ ही साथ आपको जानकर हैरानी होगी कि ये पेट की और भी कई तकलीफों को दूर करने के काम आता है। यानी, एक तीर से कई निशाने।
ये तो थी इसबगोल की बात, लेकिन एक कॉन्स्टिपेशन पर निशाना साधने के लिए हमारे पास एक तीर ऐसा है, जिसका निशाना आज तक नहीं चूका। यानी कि कब्ज का अचूक इलाज। क्या है वो? अभी बताते हैं..
जब कॉन्स्टिपेशन (Constipation) पर लगाना हो निशाना, तो लैक्सेटिव (Laxatives) का तीर ही आएगा काम!
एक कहावत तो आपने सुनी ही होगी कि “जान है तो जहान है”। यह बात सेहत पर भी लागू होती है। क्योंकि, अगर हमारी तबीयत ठीक न हो, तो दुनिया की कोई चीज खुशी नहीं देती। ऐसे में कब्ज हो जाए, तो खुशी तो छोड़िये हम कम्फर्टेबल भी महसूस नहीं कर पाते। ऐसे में घरेलू नुस्खों की चाबी से ये ताला खुलना, नामुमकिन लगता है। अगर आपके साथ भी ऐसा ही है, तो डरिये नहीं, क्योंकि वक्त आ गया है खुल कर जीने का।अपनी खुशियों को पेट के अंदर तक ही सीमित न रहने दें, बल्कि पेट साफ करें और आने वाले समय का मजा लें।
ये मजा आपको तब मिलेगा, जब आप एक रात में ही इंस्टेंट इलाज पा जाएंगे। ऐसे में लैक्सेटिव की चाबी अपनी जेब में जरूर रखिए, क्योंकि ये कॉन्स्टिपेशन का ताला मिनटों में खोलना जानती है। और जब बात हो स्टिम्युलेंट लैक्सेटिव बिसाकोडिल (Bisacodyl) की, तो कहना ही क्या! ये आपके डायजेस्टिव सिस्टम के लिए एक ठंडी हवा का झोंका साबित होगा, क्योंकि कब्ज (constipation) की गर्मी से राहत दिलाने के लिए यही इलाज कारगर माना गया है। और फिर जब एक आसान तरीके से आपके पेट में मचा घमासान शांत हो सकता है, तो उसे अपनाने से पीछे क्यों हटना? देर मत करिये, क्योंकि देर का फल कभी मीठा नहीं होता।