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पेट की परेशानियों को दूर करता है पवनमुक्तासन, जानिए इसे करने का तरीका और फायदे

के द्वारा मेडिकली रिव्यूड डॉ. प्रणाली पाटील · फार्मेसी · Hello Swasthya


Anu sharma द्वारा लिखित · अपडेटेड 04/01/2021

    पेट की परेशानियों को दूर करता है पवनमुक्तासन, जानिए इसे करने का तरीका और फायदे

    पवनमुक्तासन (Wind Relieving pose) एक ऐसा आसन है, जिसे करने से पेट संबंधी सभी समस्याएं दूर होती हैं। पवनमुक्तासन तीन शब्दों से बना है पवन, मुक्त और आसन। इसमें पवन का अर्थ है “वायु’, मुक्त का अर्थ है “छोड़ना’ और आसन का अर्थ है “पोज’। यानी, यह एक ऐसा पोज है, जिसे करने से शरीर की अतिरिक्त और हानिकारक गैस बाहर निकल जाती है। इंग्लिश में पवनमुक्तासन को ‘गैस-रिलीजिंग पोज’ या ‘विंड रिलीजिंग पोज’ (Wind Relieving pose) कहा जाता है। ऐसे लोग जिन्हें पाचन संबंधी समस्या होती है। अगर वो इस आसन को करें, तो उन्हें अवश्य लाभ होगा। पेट की परेशानियों को दूर करने के साथ ही इस पोज के अन्य कई लाभ भी हैं। इस आसन का शरीर और दिमाग दोनों के स्वास्थ्य पर सकारात्मक प्रभाव पड़ता है। तो चलिए जानते हैं इस पोज के बारे में विस्तार से।

    क्या है पवनमुक्तासन (Wind Relieving pose) को करने का सही तरीका? 

    पवनमुक्तासन का अभ्यास करने की सही जानकारी लेने के बाद ही इसे करना चाहिए। इसलिए आज हम बताने जा रहे हैं इसकी सही विधि।

    • पवनमुक्तासन को करने के लिए सबसे पहले किसी साफ और शांत जगह पर एक मैट या दरी बिछा लें।
    • अब इस दरी पर पीठ के बल सीधा लेट जाएं
    • इस दौरान आपके शरीर का हर अंग शिथिल और आरामदायक स्थिति में होना चाहिए।
    • पवनमुक्तासन (Pawanmuktasana) को शुरू करने से पहले इसी स्थिति में कुछ देर गहरी सांसे लें। इस आसन को करने से पहले ये एक तरह का वार्मअप है।
    • इसके बाद अपने दोनों पैरों को एक साथ ऊपर की तरफ उठायें
    • अब अपने दोनों घुटनों को मोड़ें और इन्हें अपने सीने की तरफ ले कर जाएं।
    • इसके बाद दोनों हाथों को अपने मोड़े हुए घुटनों को पकड़ लें। 
    • इस दौरान आपके कंधे जमीन पर ही होने चाहिए और आंखें घुटनों पर केंद्रित होनी चाहिए।
    • कुछ मिनट के लिए अपने आप को इस स्थिति में रखें।
    • जब आप इस योगासन में निपुण हो जाएं, तो आप इसका एडवांस पोज भी कर सकते हैं। एडवांस पोज करने के लिए जिस स्थिति में आप हैं, उसी स्थिति में अपने चेहरे को ऊपर उठायें और अपने माथे को घुटनों से टच कराएं।
    • इसके बाद धीरे-धीरे अपनी सामान्य स्थिति में आ जाएं।

    ये हैं पवनमुक्तासन (Wind Relieving pose) के फायदे

    • पीठ दर्द को करे दूर 
    • गैस की समस्या से दे छुटकारा
    • पूरे शरीर का अच्छा व्यायाम
    • पाचन शक्ति को बढ़ाए
    • जोड़ों के लिए है लाभदायक 
    • रक्त संचार बनाए बेहतर 
    • वसा को करें कम
    • मानसिक लाभ  
    • कमर दर्द की दूर होती है समस्या
    • अर्थराइटिस की परेशानी होगी दूर
    • महिलाओं को मिलता है खास लाभ
    • आंत से जुड़ी समस्या होती है दूर

    यहां पढ़ें फायदों के बारे में:-

    पवनमुक्तासन-Wind Relieving Pose
    पवनमुक्तासन के हैं कई फायदे
    • पीठ दर्द को करे दूर 

    जो लोग पीठ या पीठ के निचले हिस्से में होनेवाले दर्द से पीड़ित होते हैं, उन्हें रोजमर्रा के कार्य करने में काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ता है। यही नहीं, उठने, बैठने और झुकने जैसी मूवमेंट में भी समस्या होने लगती है। पवनमुक्तासन (Wind relieving pose) को करने से पीठ के दर्द, खासतौर पर पीठ के निचले हिस्से में होनेवाले दर्द से राहत मिलती है। इस योगासन छाती और घुटनों को मिलाने के दौरान रीढ़ की हड्डी का अच्छा खासा दबाव पड़ता है। इससे  रीढ़ की हड्डी और अन्य मांसपेशियों की अच्छे से मालिश हो जाती है।

    • गैस की समस्या से दे छुटकारा

    आजकल लोगों में पेट में गैस का निर्माण होना एक आम समस्या बनती जा रही है। ऐसा माना जाता है कि गैस की समस्या शरीर में पानी की कमी के कारण होती है। इसके अन्य कई कारण भी हो सकते हैं, जैसे- जल्दी-जल्दी भोजन करना, अधिक वसा या चिकनाई युक्त आहार, पाचन क्रिया का कमजोर होना आदि। लेकिन पवनमुक्तासन एसिडिटी और गैस की समस्या को दूर करने में प्रभावी साबित हुआ है। सुबह उठ कर केवल कुछ समय के लिए पवनमुक्तासन करने से गैस की समस्या से लड़ने में मदद मिलती है।

    • पूरे शरीर का अच्छा व्यायाम

    हर व्यक्ति के लिए रोजाना शारीरिक व्यायाम बहुत आवश्यक हैं। जब हम कोई काम करते हैं, तो हमारे शरीर के सभी अंग एक्टिव हो जाते हैं और मेटाबॉलिज्म सुधरता है। इस आसन को करने से सिर से लेकर पैर तक हर एक अंग काम करने लगता है। इसके साथ ही शरीर की मांसपेशियां भी अच्छे से स्ट्रेच होती हैं। यानी, पूरे शरीर का अच्छा व्यायाम होता है। 

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    • पाचन शक्ति को बढ़ाए

    पाचन, शरीर में होने वाली एक बहुत महत्वपूर्ण मेटाबोलिक प्रक्रिया है। पाचन तंत्र में ही खाद्य पदार्थों को ऊर्जा में बदलने की प्रक्रिया शुरू होती है। यदि ये कहा जाए कि कोई व्यक्ति पूरी तरह से स्वस्थ है, तो इसका अर्थ है कि उसका पाचन तंत्र सही है। अगर आपका आहार अच्छे से पचता है, तो आपके शरीर के सभी अंग अच्छे से काम कर पाएंगे। इसके साथ ही एकाग्रता और ध्यान लगाने में भी मदद मिलेगी। यही नहीं, यह आसन कब्ज की समस्या से मुक्ति दिलाने में भी लाभदायक है, जो पाचन क्रिया के सही न होने की वजह से होती है। अगर आपको भी यह समस्या है, तो आप रोजाना पवनमुक्तासन करें। आपको जल्दी ही अच्छे परिणाम मिलेंगे।

    • जोड़ों के लिए है लाभदायक 

    पवनमुक्तासन मांसपेशियों और जोड़ों को मजबूत करने वाला योगासन है। इस आसान जब करते हुए हम अपने घुटनों को मोड़ कर शरीर के ऊपरी हिस्से के पास लाते हैं, तो हमारी जांघों में खिंचाव महसूस होता है। इस आसन के माध्यम से जांघों के आसपास की मांसपेशियों को भी लाभ होगा। यही नहीं कूल्हों, टांगों, हड्डियों और जोड़ों के लिए भी यह आसन फायदेमंद है।

    और पढ़ें : साइनस (Sinus) को हमेशा के लिए दूर कर सकते हैं ये योगासन, जरूर करें ट्राई

    • रक्त संचार बनाए बेहतर 

    यह आसन शरीर में रक्त संचार बढ़ाने के लिए भी लाभदायक माना जाता है। अगर शरीर में ब्लड सर्कुलेशन ठीक नहीं हो रहा हो, तो इससे दिन भर सुस्ती और आलस जैसी परेशानियां हो सकती हैं। लेकिन पवनमुक्तासन करने से शरीर के सभी अंगों तक खून आसानी से पहुंच जाता है और आप दिनभर ताजगी महसूस करते हैं।

    • वसा को करें कम

    पवनमुक्तासन को करने से पेट में दबाव महसूस होता है। जिससे आप अपने पेट के आसपास अतिरिक्त वसा को कम कर सकते हैं। अगर आपको पेट की चर्बी कम करने की इच्छा है, तो रोजाना सुबह इस आसान को जरूर करना चाहिए। पवनमुक्तासन के निरंतर अभ्यास से आपकी जांघों और कूल्हों के आसपास की अतिरिक्त चर्बी भी दूर होती है।

    • मानसिक लाभ  

    योग के अंतर्गत हर आसन का एक उद्देश्य मानसिक शांति प्रदान करना होता है। पवनमुक्तासन को करने से भी हमारा दिमाग शांत और एक्टिव रहेगा। दिमाग के शांत होने पर आपकी एकाग्रता और निर्णय लेने की योग्यता में भी बढ़ोतरी होगी। यानी, शरीर के साथ-साथ दिमाग के लिए भी यह आसन बेहद फायदेमंद है।

    • कमर दर्द की दूर होती है समस्या

    कमर दर्द, सियाटिका (Sciatica) या स्लिप डिस्क (Slip Disc) की परेशानी रहती है, तो पवनमुक्तासन आपकी इनसब परेशानियों को दूर करने में आपकी मदद करेगा। नियमित रूप से पवनमुक्तासन करने से लाभ मिल सकता है। लेकिन अगर आपको दर्द की समस्या ज्यादा है, तो ऐसी स्थिति में पवनमुक्तासन या कोई अन्य योग करने से पहले डॉक्टर से सलाह लें।

    • अर्थराइटिस की परेशानी होगी दूर

    पवनमुक्तासन से बॉडी के एक्स्ट्रा फैट को कम करने में मदद मिलने के साथ-साथ अर्थराइटिस की समस्या से भी निजात मिल सकता है। इस योगासन से हृदय संबंधी परेशानियों को भी मात दी जा सकती है।

    • महिलाओं को मिलता है खास लाभ

    पवनमुक्तासन महिलाओं के लिए विशेष लाभकारी होता है। गर्भाशय संबंधी परेशानी हो या फर्टिलिटी से जुड़ी समस्या। इनसबका रामबाण है पवनमुक्तासन।

    • आंत से जुड़ी समस्या होती है दूर

    अगर आपको आंत जुड़ी कोई परेशानी है या इस परेशानी बचे रहने के लिए पवनमुक्तासन लाभकारी हो सकता है। इस आसन को नियमित करने से लिवर रोग से भी बचा जा सकता है।

    और पढ़ें : डायबिटीज के लिए योगासन कैसे करें?

    नियमित योग से शरीर को फिट रखना सबसे बेहतर तरीका माना जाता है। इसलिए योगासन को रोजाना अपने दिनचर्या में शामिल करें। नीचे दिए इस वीडियो लिंक पर क्लिक कर जानिए योगा एक्सपर्ट सुनैना रेखी से योग की शुरुआत कैसे करें।

    किन परिस्थितियों में आपको पवनमुक्तासन (Pawanmuktasana) नहीं करना चाहिए?

    निम्नलिखित स्थिति होने पर पवनमुक्तासन न करें। जैसे:  

    • अगर आपको हाई ब्लड प्रेशर की समस्या है, तो पवनमुक्तासन नहीं करना चाहिए।
    • अगर आपको हार्ट संबंधी समस्या या हाइपरएसिडिटी है, तब भी इस आसन को करने से बचें।
    • हर्निया, बवासीर और पेट में सूजन की स्थिति में भी इसे न करें।
    • अगर आपके गर्दन या पीठ में कोई समस्या या चोट लगी है, तो इस योगासन को करने की सलाह नहीं दी जाती। 
    • मासिक धर्म के दौरान भी महिलाएं इस आसन को न करें। 
    • स्लिप डिस्क की परेशानी होने पर इस आसन को नहीं करना चाहिए।
    • गर्भवती महिलाओं को पवनमुक्तासन को नहीं करना चाहिए, खास तौर पर दूसरी तिमाही के बाद। इस दौरान आपको कोई भी आसन डॉक्टर की सलाह और विशेषज्ञ के मार्गदर्शन के बिना नहीं करना चाहिए।

    अगर आप नियमित रूप से व्यायाम करने के आदी नहीं हैं और आपने अभी पवनमुक्तासन (Wind Relieving pose) नहीं किया है। तो इसे धीरे-धीरे और सावधानी से करना चाहिए। योग के अन्य आसनों की तरह पवनमुक्तासन को भी अपनी मर्जी से नहीं करना चाहिए। बल्कि, पहले इसे किसी योग विशेषज्ञ से सीखें। उसके बाद उनके मार्गदर्शन में ही इसे करने की सलाह दी जाती है। इसके साथ ही डॉक्टर की सलाह लेना भी अनिवार्य है।

    ऊपर दी गई जानकारी चिकित्सा सलाह का विकल्प नहीं है। अगर आप पवनमुक्तासन (Wind Relieving pose) से जुड़े किसी तरह के कोई सवाल का जवाब जानना चाहते हैं, तो विशेषज्ञों से समझना बेहतर होगा।

    डिस्क्लेमर

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