हो सकता है कि जिस भी व्यक्ति को कान में फंगल इंफेक्शन हुआ है, उसे एक ही कान में समस्या हो। ये भी हो सकता है कि व्यक्ति को दोनों कानों में समस्या महसूस हो रही हो। अगर आपको कान में किसी भी प्रकार की समस्या महसूस हो रही हो तो तुरंत अपने डॉक्टर से संपर्क करें। कान में भारीपन लगने पर अपने आप ही उसे साफ करने की कोशिश बिल्कुल न करें। ऐसा करने से कान की समस्या अधिक बढ़ सकती है।
कान में फंगल इंफेक्शन क्यों होता है?
कान में फंगल इंफेक्शन फंगस के कारण होता है। फंगस की करीब 60 से ज्यादा प्रजातियां कान में फंगल इंफेक्शन के लिए जिम्मेदार होती हैं। कॉमन फंगल इंफेक्शन के लिए एस्परजिलस ( Aspergillus ) और कैंडिडा ( Candida) जिम्मेदार होती हैं। कभी-कभी बैक्टीरिया के साथ ही फंगस का कॉम्बिनेशन भी हो जाता है, जो गंभीर समस्या को उत्पन्न कर सकता है। फंगस को ग्रो करने के लिए नमी और गर्म वातावरण की जरूरत होती है।
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कान में फंगल इंफेक्शन का डायग्नोसिस कैसे होता है?
कान में फंगल इंफेक्शन की समस्या को डाग्नोस करने के लिए डॉक्टर से तुरंत संपर्क करना बहुत जरूरी है। डॉक्टर कान में फंगल इंफेक्शन की समस्या को चेक करने के लिए मेडिकल हिस्ट्री चेक करता है। साथ ही डॉक्टर चेकअप करने के लिए ऑटोस्कोप की सहायता से कान के अंदर चेक करता है। इयर कैनाल और इयरड्रम को चैक किया जाता है। डॉक्टर चैकअप करने के साथ ही कान से निकल रहे डिस्चार्ज का सैंपल भी लेता है। फिर डिस्चार्ज को माइक्रोस्कोप की सहायता से चेक किया जाता है। डिस्चार्ज के सैंपल की जांच के बाद ये पता लगाने में सहायता मिल जाती है कि कान में फंगल इंफेक्शन है या फिर बैक्टीरियल इंफेक्शन है। बैक्टीरियल इंफेक्शन का साथ होना ज्यादा समस्या पैदा करता है।
कान में फंगल इंफेक्शन का इलाज कैसे करें?
कान में फंगल इंफेक्शन होने पर डॉक्टर जांच के बाद जब तय कर लेता है कि ये फंगल इंफेक्शन या फिर बैक्टीरियल इंफेक्शन। डायग्नोस हो जाने के बाद डॉक्टर कान की समस्या को दूर करने के लिए इयरड्रॉप, टॉपिकल क्रीम ओरल मेडिसिन दे सकता है। जानिए साथ ही डॉक्टर कान के इंफेक्शन को दूर करने के लिए और क्या करते हैं,
कान की सफाई
कान की सफाई करने के लिए डॉक्टर सक्शन टूल का यूज करते हैं। ऐसा करने से कान में भरा हुआ डिस्चार्ज साफ हो जाता है। साथ ही मेडिकेशन भी अच्छा होता है। इसके बाद कान को साफ करके सुखाया जाता है। ऐसा इसलिए किया जाता है ताकि फंगस की ग्रोथ को रोका जा सके। एक बात हमेशा ध्यान रखे कि कान की सफाई हमेशा डॉक्टर से ही कराएं। कान में फंगल इंफेक्शन होने पर घर में सफाई करने के बारे में बिल्कुल भी न सोचें। ऐसा करना कान के लिए खतरा पैदा कर सकता है।
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कान में फंगल इंफेक्शन को दूर करने के लिए इयरड्रॉप
इयरड्रॉप और टॉपिकल एजेंट
डॉक्टर कान में फंगल इंफेक्शन को दूर करने के लिए इयरड्रॉप भी सजेस्ट कर सकते हैं। इयरड्रॉप में एंटीफंगल एजेंट होता है। रिसर्च में ये बात सामने आई है कि एक प्रतिशत क्लोट्रिमेजोल ड्रॉप में इंफेक्शन को दूर करने के गुण होते हैं। इयरड्रॉप में इकोनाजोल, माइक्रोनाजोल या एम्फोटेरिसिन के साथ ही अन्य केमिकल्स मौजूद होते हैं, जो इंफेक्शन की समस्या को दूर करने में हेल्प करते हैं। इयरड्रॉप के साथ ही टॉपिकल क्रीम का यूज भी किया जा सकता है। क्रीम को कान के बाहरी हिस्से में लगाया जाता है।
कुछ अन्य टॉपिकल मेडिसिन (Topical medications) का भी यूज किया जाता है, जैसे
- एल्यूमीनियम एसीटेट
- हाइड्रोजन पेरोक्साइड
- सैलिसिलिक एसिड