सेब का सिरका
सेब के सिरके में एंटी-माइक्रोबियल गुण होते हैं, जो कि कान में किसी भी तरह के संक्रमण को रोकने में मदद करते हैं। इसके लिए आपको एक बड़ी चम्मच सेब का सिरका और एक बड़ी चम्मच गर्म पानी को मिलाना होगा। अब इस मिक्सचर में एक कॉटन बॉल को भिगो लें और जिस कान से तरल पदार्थ निकल रहा है, उसमें एक पल्ग की तरह लगा लें। अब उसी कान की तरफ करवट लेकर कुछ मिनट के लिए लेट जाएं। आपके कान में मौजूद तरल पदार्थ कॉटन बॉल सोख लेगी और आपको राहत मिलेगी। आप इस उपाय को कुछ दिनों तक दिन में दो बार अपना सकते हैं।
वार्म कंप्रेस
कान में ईयरवैक्स की वजह से कान बहना की समस्या हो सकती है और इसके साथ ही कान बंद की दिक्कत का भी सामना करना पड़ सकता है। इन दिक्कतों से राहत पाने के लिए आप वार्म कंप्रेस की मदद ले सकते हैं। इस उपाय को करने के लिए आपको एक बर्तन में गर्म पानी लेना होगा। अब किसी कपड़े या तौलिये को उस पानी में अच्छी तरह भिगो लें। अब तौलिए या कपड़े को निचोड़कर अतिरिक्त पानी निकाल लें और उसे संक्रमित कान के ऊपर रखें। आप इस उपाय को तब तक दोहरा सकते हैं, जब तक कि तकलीफ कम नहीं हो जाती है।
तुलसी
तुलसी के पौधे को सदियों से कई शारीरिक समस्याओं के समाधान में इस्तेमाल किया जाता रहा है। क्योंकि आयुर्वेद के मुताबिक इस पौधे में एंटी-बैक्टीरियल और एंटी-वायरल जैसे कई औषधीय गुण मौजूद होते हैं। कई वैज्ञानिक शोधों में भी तुलसी के पत्तों के जूस को कान में दर्द की समस्या से राहत प्राप्त करने का असरदार तरीका माना है। इसके लिए आप 10 से 15 तुलसी के ताजे पत्तों को क्रश कर लें और उनका रस निकाल लें। अब इस रस की कुछ बूंदे संक्रमित कान में डाल लें और कुछ देर तक रहने दें। आप इस उपाय को कान में दर्द या कान बहने की समस्या को रोकने के लिए प्रतिदिन आजमा सकते हैं।
‘कान बहना’ इस समस्या के लिए लहसुन