लुब्रिकेंट का चुनाव कैसे करें? (Lubricant selection Tips)
लुब्रिकेंट्स के बारे में जानकारी होने पर अपने लिए परफेक्ट ल्यूब का चुनाव करना आसान हो जाता है। मार्केट में कई प्रकार के लुब्रिकेंट (Lubricant) मौजूद हैं। जिसमें वाटर बेस्ड ल्यूब, सिलिकॉन बेस्ड ल्यूब और ऑयल बेस्ड ल्यूब शामिल है। इन लुब्रिकेंट्स के बारे में जानकारी बेटर लुब्रिकेंट चुनने में मदद करेगी। जान लेते हैं इनके प्रकार के बारे में।
और पढ़ें: पहली बार सेक्शुअल इंटरकोर्स करते समय ध्यान दें ये बातें
वाटर बेस्ड लुब्रिकेंट (Water based lubricant)
वाटर बेस्ड ल्यूब्रिकेंट अच्छी शुरुआत हो सकता है। यह सभी प्रकार की सेक्शुअल जरूरतों को पूरा कर सकता है। फिर चाहे वह पेनेट्रेटिव सेक्स (penetrative sex) हो मास्टरबेशन (Masturbation) हो या सेक्स टॉय (Sex toy) का उपयोग। वाटर बेस्ड ल्यूब्स उन लोगों के लिए भी परफेक्ट हैं जिनकी स्किन सेंसटिव होती है। इन्हें बेडशीट्स और कपड़ों से साफ करना भी आसान है। ये दाग नहीं छोड़ते हैं। हालांकि, इनके उपयोग के कुछ नुकसान भी हैं। जैसे कि ये शावर सेक्स के लिए अच्छे नहीं है। इसके साथ ही वाटर ल्यूब्रिकेंट स्टिकी होते हैं। सेक्स के दौरान इनका उपयोग बार-बार करना पड़ सकता है। लुब्रिकेंट्स के बारे में जानकारी के साथ ही इन बातों की जानकारी होना भी जरूरी है।
सिलिकॉन बेस्ड लुब्रिकेंट (Silicone-based lubricant)
सिलिकॉन बेस्ड ल्यूब स्लीपरी, लॉन्ग लास्टिंग और लंबे सेशन के लिए बेस्ट हैं। इनको एक बार लगाने के बाद बार-बार अप्लाई करने की जरूरत नहीं होती है। साथ ही इन्हें कम मात्रा में उपयोग किया जा सकता है। वाटर सेक्स (Water sex) या शावर सेक्स (Shower sex) के दौरान इनका उपयोग किया जा सकता है क्योंकि ये आसानी धुलते नहीं है। फायदे होने के साथ ही इसके भी कुछ नुकसान हैं। जैसे कि इन्हें साफ करना आसान नहीं होता। इसके लिए साबुन की जरूरत पड़ सकती है। इनके कारण बेडशीट पर स्ट्रेन भी आ सकते हैं। सिलिकॉन बेस्ड ल्यूब का उपयोग सिलिकॉन बेस्ड सेक्स टॉयज के साथ नहीं करना चाहिए।
और पढ़ें: किंकी सेक्स: ये है सेक्स लाइफ को स्पाइसी बनाने का एक खास तरीका
ऑयल बेस्ड लुब्रिकेंट (Oil Based lubricant)
ऑयल बेस्ड ल्यूब स्लिपरी फील प्रदान करने के साथ ही वास्टर बेस्ड ल्यूब से ज्यादा लॉन्ग लास्टिंग होते हैं। यह मास्टरबेशन, पेनेट्रेशन (Penetration) और वाटर प्ले के दौरान उपयोग किए जा सकते हैं। कई कपल सेक्स के पहले की जाने वाली मसाज के लिए भी इसका उपयोग करते हैं। ऑयल बेस्ड ल्यूब का उपयोग लेटेक्स कंडोम के साथ नहीं किया जाना चाहिए। इसकी वजह से कंडोम फट सकता है। इन लुब्रिकेंट को साफ करना भी मुश्किल होता है।
एनल सेक्स के लिए लुब्रिकेंट (Lubricant for anal sex)
लुब्रिकेंट्स के बारे में जानकारी के बाद एनल सेक्स (Anal Sex)के लिए लुब्रिकेंट का उपयोग कितना जरूरी है ये भी जान लेते हैं। एनल सेक्स के दौरान ल्यूब्रिकेशन का उपयोग इसलिए जरूरी होता है क्योंकि एनल कैनाल (Anal Canal) में फ्लूइड का निमार्ण नहीं होता है। जिससे पेनेट्रेशन मुश्किल हो जाता है। इसके साथ ही एनस के एंट्रेस पर होने होने वाली मसल्स वजायना की तुलना में सख्त होती है, जो फ्रिक्शन का कारण बनती है। कई बार ये ब्लीडिंग का कारण भी बन जाती है। एनल सेक्स के दौरान पर्सनल ल्यूब्रिकेंट का यूज एनल सेक्स को कंफर्टेबल बना सकता है। एनल सेक्स के लिए वाटर बेस्ड ल्यूब उपयोग करना सही होगा। यह एनल सेक्स के दौरान होने वाले कंडोम ब्रेकेज को रोकने में भी मददगार है। एनल सेक्स के लिए लुब्रिकेंट्स के बारे में जानकारी के बाद ये भी जान लीजिए कि लुब्रिकेंट के ऑल्टरनेटिव ऑप्शन के तौर लोग क्या यूज करते हैं। आपको बता दें कि कई बार लुब्रिकेशन का उपयोग कुछ लोगों के लिए एलर्जी और साइड इफेक्ट्स का कारण भी बन जाता है। इसलिए किसी भी प्रकार के लुब्रिकेंट का उपयोग करने से पहले एक बार डॉक्टर की सलाह जरूर लें। अगर आपको स्किन एलर्जी या किसी प्रकार की त्वचा संबंधी परेशानी है तो ल्यूब का उपयोग ना करें।
और पढ़ें: Anal Sex: एनल सेक्स से जुड़े मिथक और उनके पीछे का सच