कब्ज के लक्षण (Symptoms of Constipation) आमतौर पर उसकी गंभीरता के आधार पर नजर आते हैं और कई बार उम्र और डायट के कारण लक्षण हल्के या गंभीर हो सकते हैं। प्रत्येक व्यक्ति में कब्ज के एक या इससे अधिक लक्षण सामने आ सकते हैं।
और पढ़ें : बवासीर (piles) का आयुर्वेदिक इलाज क्या है? पाइल्स होने पर क्या करें और क्या न करें?
कब्ज के कारण पीठ दर्द की तकलीफ क्यों हो सकती है?
कॉन्स्टिपेशन और बैक पेन एक साथ होने के निम्नलिखित कारण हो सकते हैं। जैसे:
कब्ज के कारण पीठ दर्द होने के कारण?
कब्ज के कारण पीठ दर्द (Constipation and back pain) या यूं कहें कि कब्ज के कारणों को समझना जरूरी है। इन कारणों में शामिल है:
- अनहेल्दी डायट- डायट में फाइबर की कमी एवं अत्यधिक तेल-मसालेदार खाने की वजह से कब्ज की समस्या शुरू हो जाती है।
- पेय पदार्थों का कम सेवन- पानी के साथ ही अन्य तरल पदार्थ जैसे फलों का जूस या सब्जियों का सूप नहीं पीने से मल रेक्टम के बाहर नहीं निकल पाता है, जिससे कब्ज की समस्या शुरू हो जाती है।
- टेंशन- रुटीन में बदलाव और अधिक तनाव लेने से कोलोन की मांसपेशियों में कम संकुचन होता है, जिसके कारण पेट में कब्ज हो सकता है।
- डेयरी प्रोडक्ट्स- कम फाइबर युक्त आहार, अधिक मांस का सेवन या डेयरी प्रोडक्ट जैसे दही, चीज और पनीर अधिक खाने से भी कब्ज होता है।
- एक्सरसाइज की कमी- एक्सरसाइज नहीं करने और डिहाइड्रेशन के कारण मल सूख सकता है, जिससे पेट में कब्ज की समस्या हो सकती है।
इसके अलावा ट्रैवल करने, रुटीन बदलने, अधिक कैल्शियम और एंटासिड जैसी दवाओं का सेवन करने और प्रेग्नेंसी के कारण भी पेट में कब्ज बन सकता है। सिर्फ इतना ही नहीं स्ट्रोक, पर्किंसन डिजीज, डायबिटीज, कोलोन या रेक्टम में परेशानी, इरिटेबल बाउल सिंड्रोम, हॉर्मोनल समस्याएं और थायरॉइड ग्लैंड में परेशानी के कारण भी कब्ज हो सकता है।
बैक पेन की वजह से कब्ज!
शायद आप यह सोच रहें हों कि बैक पेन की वजह से कब्ज की समस्या हो सकती है? तो इसका जवाब हां है। दरअसल जब स्टूल (मल) कॉलोन या रेक्टम में फस जाता है, तो ऐसी स्थिति में कब्ज की समस्या हो सकती है। यही नहीं ऐसी स्थिति कब्ज के साथ-साथ पेट दर्द का कारण बन सकते हैं।
और पढ़ें : नवजात बच्चे को कब्ज होने पर क्या करें? जानें लक्षण और कारण