सौतेले बच्चों से संबंध (Relationship with stepchildren) बनाना एक चुनौतीभर काम हैं, लेकिन मुश्किल नहीं। सौतेले बच्चे का संबंध सीधे दूसरी शादी (जिस भी कारण से) से है। बहुत से कपल्स शादी-शुदा जीवन बिताने के कुछ सालों बाद वैवाहिक जीवन से तलाक ले लेते हैं। कई कारणों से उन्हें दूसरी शादी भी करना पड़ता है। ऐसा मुमकिन है कि, दूसरी शादी में पार्टनर के पास पहले से संतान हो। दूसरी शादी करने पर सौतेले बच्चों के साथ अच्छे संबंध का निर्माण थोड़ा मुश्किल होता है। बस भावनात्मक स्तर के संबंध बनाने मात्र से सौतेले माता-पिता अपने पार्टनर के बच्चे के साथ अच्छी रिलेशन बना सकते हैं। अक्सर स्टेप-पैरेंट्स के पास अपने सौतेले बच्चों को समझने का कठिन समय होता है। ‘You’re a Step-parent… Now What??’ के लेखक जोसेफ सेरेकोन कहते हैं, कि जब परिवार और बच्चों की अपेक्षाएं पूरी नहीं होती हैं, तो संबंधों में निराशा हावी होने लगती है। जोसेफ सेरेकोन अपनी किताब में बताते हैं कि सौतेले बच्चों से संबंध (Relationship with stepchildren) में सकारात्मक संबंध बनाने के लिए किन व्यवहारिक तरीकों को अपनाना चाहिए।