के द्वारा मेडिकली रिव्यूड डॉ. प्रणाली पाटील · फार्मेसी · Hello Swasthya
जोड़ वह जगह है जहाँ हड्डियों के सिरे मिलते हैं, जैसे कि आपके घुटने, टखने या कंधे का जोड़। एक चिकनी, फिसलन वाले टिशू की वजह से स्वस्थ जोड़ आसानी से मूव करते हैं जिसे आर्टिकुलर कार्टिलेज (Articular cartilage) कहा जाता है। नरम हड्डी आपकी हड्डियों के सिरों को कवर करती है और उनकी सुरक्षा करती है जहां वे जोड़ बनाने के लिए मिलते हैं।
ओस्टियोकॉन्ड्राइटिस डिस्केन (Osteochondritis dissecans) तब होता है जब रक्त की आपूर्ति में कमी के कारण जोड़ में हड्डी का टुकड़ा बाकी हड्डी (Bone) से अलग हो जाता है। यह अक्सर घुटने या कूल्हे को प्रभावित करता है और इसके बाद टखनों और कोहनी को प्रभावित करता है। कभी-कभी, अलग-अलग टुकड़ा अपने ही जगह पर रहता है या मरम्मत करता रहता है। हालांकि, बाद के चरणों में, हड्डी छीज सकती है और जोड़ टूट सकता है, जिसके कारण दर्द (Pain) और गति में बाधा आती है।
ऑस्टियोकॉन्ड्राइटिस डिस्केन (Osteochondritis dissecans) सबसे अधिक बच्चों (Children) और किशोरों में पाया जाता है। जैसे : 10 से 20 के वर्ष और 30 से 60 वर्ष के लोगों में पाया जाता है। जोड़ के चोट के बाद भी यह लक्षण पैदा कर सकता है या जो लोग विशेष रूप से इन गतिविधियों के कारण जैसे कूदना, दौड़ना (Running) और अक्सर व्यायाम (Exercise) करने से जोड़ को प्रभावित करता है। यह घुटने में सबसे अधिक होती है, लेकिन कोहनी, टखनों और अन्य जोड़ों में भी होती है।
बच्चों में ऑस्टियोकॉन्ड्राइटिस डिस्केन्स के कई मामलों में, प्रभावित हड्डी और नरम हड्डी अपने दम पर ठीक हो जाते हैं, खासकर अगर एक बच्चा अभी भी बढ़ रहा है। बड़े बच्चों और युवा वयस्कों में, ओसीडी के अधिक गंभीर प्रभाव हो सकते हैं। ओसीडी के घावों (Wound) में आसपास की हड्डी और नरम हड्डी से अलग होने की अधिक संभावना होती है, और जोड़ के अंदर भी अलग हो सकते हैं और तैर सकते हैं। इन मामलों में, सर्जरी आवश्यक हो सकती है।
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स्टियोकॉन्ड्राइटिस डिस्केन्स हर हिस्से के जोड़ों में हो सकता है, जिसमें कूल्हे और टखने भी शामिल हैं, लेकिन 75 प्रतिशत मामले घुटने (Knee) को प्रभावित करते हैं।
ओसीडी के लक्षणों में शामिल हैं
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अभी तक ऑस्टियोकॉन्ड्राइटिस डिस्केन्स का कारण स्पष्ट नहीं है, लेकिन हड्डी में रक्त की आपूर्ति के नुकसान से संबंधित माना जाता है। हड्डी में रक्त की आपूर्ति से हड्डी का एक छोटा हिस्सा मर जाता है। यह डिसऑर्डर (Disorder) लोगों को चोट लगने के बाद या उस प्रभावित क्षेत्र में बार-बार चोट लगने से होता है। यही नहीं ओसीडी के विकास के जोखिम को काफी बढ़ा सकता है। जो व्यक्ति प्रतिस्पर्धी खेल (Game) खेलते हैं, वे नियमित रूप से अपने जोड़ों पर जोर देते हैं। जिस कारण यह डिसऑर्डर का सामना करना पड़ता है। ओसीडी कभी-कभी परिवार के एक से अधिक सदस्यों को प्रभावित करता है। यह विरासत में मिली आनुवांशिक (अनुवांशिक बीमारी) संवेदनशीलता को इंगित कर सकता है।
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डॉक्टर को कब दिखाएं
अगर आपको ये लक्षण दिखाई दे रहें हैं तो डॉक्टर से सम्पर्क करके उनकी सलाह जरूर लें। जैसे: आपके घुटने (Knee), कोहनी के जोड़ में लगातार दर्द (Pain) या पीड़ा (Joints pain in elbow) रहती है या चलते समय घुटना अटकता है, तो अपने डॉक्टर को दिखाएं। अगर कुहनी और घुटने में सूजन है और मूवमेंट करने में दिक्कत आ रही है, तो आप अपने डॉ. को कॉल करें या तुरंत अपने डॉ. से सम्पर्क करें।
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जो व्यक्ति जोड़ में ओसीडी के लक्षणों का अनुभव करते हैं, उसे चिकित्सा की सलाह जरूर लेनी चाहिए। इसका जल्दी इलाज करवाने का मतलब है अधिक प्रभावी उपचार और जोखिम को कम करना। इसकी जांच के लिए सबसे पहले डॉक्टर शारीरिक जांच करेंगे और आपको अपने जोड़ों को अलग-अलग दिशाओं में मूवमेंट के लिए कहेंगे और साथ ही मरीज से उनके मेडिकल इतिहास, पारिवारिक इतिहास और जीवनशैली के बारे में पूछेंगे, जिसमें खेल गतिविधियाँ शामिल हैं। कुछ इमेजिंग परीक्षण हो सकते हैं, जैसे कि एक्स-रे (X-Ray), सीटी स्कैन (CT Scan), एमआरआई (MRI) स्कैन या अल्ट्रासाउंड (Ultrasound)। यह दिखा सकता है कि क्या कोई गलन है, या टिशू की मृत्यु। एक हड्डी स्कैन के लिए भी बोला जा सकता है। शुरुआती चरणों में, परीक्षण दिखाएगा कि कड़ी लचीली हड्डी मोटी हो रही है। बाद के चरणों में वह ढीले टुकड़े हो जाएंगे। शुरुआती चरणों को स्थिर माना जाता है, और इस चरण पर उपचार प्रभावी होने की अधिक संभावना होती है। इसमें गठिया, ऑस्टियोआर्थराइटिस (Osteoarthritis), हड्डी के अल्सर (Ulcer) और सेप्टिक गठिया शामिल हैं।
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सर्जिकल उपाय
आपका डॉक्टर सर्जरी के लिए कह सकता है यदि:
जब नॉनसर्जिकल ट्रीटमेंट दर्द और सूजन (Swelling) को दूर करने में असफल रहता है और साथ ही घाव बहुत बड़ा होता है (डाईमिटर में 1 सेंटीमीटर से अधिक), विशेष रूप से पुराने किशोरों में तब आपका डॉक्टर घाव को अलग करता है या उसके आसपास की हड्डी से अलग करता है।
सर्जिकल में खासतौर पर अकेले व्यक्ति के लिए ऑस्टियोकॉन्ड्राइटिस डिस्केन्स के इलाज के लिए अलग-अलग तकनीकें हैं:
सामान्य तौर पर, सर्जिकल उपचार के बाद लगभग 6 सप्ताह तक बैसाखी की आवश्यकता होती है, इसके बाद प्रभावित जोड़ में ताकत और गति प्राप्त करने के लिए फिजिकल थेरेपी द्वारा 2- से 4 महीने का कोर्स किया जाता है।
एक खिलाड़ी के लिए लगभग 4 से 5 महीने के बाद खेल में धीरे-धीरे वापसी संभव हो सकती है।
हैलो स्वास्थ्य किसी भी तरह की कोई भी मेडिकल सलाह नहीं दे रहा है, अधिक जानकारी के लिए आप डॉक्टर से संपर्क कर सकते हैं।
डिस्क्लेमर
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