एक तरफा कमजोरी के कारण हाथ, भुजाओं, पैर और चेहरे की मांसपेशियों पर असर पड़ सकता है और वे काम करना बंद कर देंगी।
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हेमिप्लेगिया और मिर्गी के बीच क्या संबंध है?
हेमिप्लेगिया और मिर्गी दोनों मस्तिष्क की विकृति या क्षति के कारण होता है, या फिर मस्तिष्क के काम करने के तरीके में बदलाव होने के कारण होता हैं। कुछ लोगों में मस्तिष्क की क्षति होती है, जिसके कारण हेमिप्लेगिया होता है। हेमिप्लेगिया भी मिर्गी का कारण बन सकती है। कम से कम 20% (पांच में से एक) लोगों में हेमिप्लेगिया के साथ मिर्गी भी होती है। हेमिप्लेगिया और मिर्गी से ग्रसित अधिकांश बच्चों में मिर्गी पांच साल की उम्र से पहले शुरू हो जाती है।
हेमिप्लेगिया का कोई इलाज नहीं है, लेकिन इसकी स्थिति समय के साथ खराब नहीं होती है। इलाज के द्वारा हेमिप्लेगिया के प्रभाव को कम करने की कोशिश की जाती है।
हेमिप्लेगिया होना कितना आम है?
ये हेल्थ स्थिति बहुत आम है। किसी भी मरीज को ये किसी भी उम्र में हो सकती है लेकिन इसके कारणों को नियंत्रित करने से स्थिति के प्रभाव को कम किया जा सकता है। अधिक जानकारी के लिए अपने डॉक्टर से मिलें।
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हेमिप्लेगिया के खतरे को क्या बढ़ा देता है ?
इन स्थितियों में निष्क्रियता होने की संभावना बढ़ जाती है :