के द्वारा मेडिकली रिव्यूड डॉ. प्रणाली पाटील · फार्मेसी · Hello Swasthya
किडनी स्टोन या गुर्दे की पथरी, हार्ड डिपॉजिट है, जो कि पेशाब में पाए जाने वाले तत्वों से किडनी में बनता है। इस प्रक्रिया को नेफ्रोलिथियासिस (Nephrolithiasis) कहा जाता है। गुर्दे की पथरी छोटी या कई इंच तक बड़ी हो सकती है। बड़े स्टोन उन ट्यूब या नली को भर देते है, जिनके द्वारा यूरिन किडनी से होकर ब्लैडर में जाता है । इन बड़े स्टोन को स्टैग्नोर्न कहा जाता है।
गुर्दे की पथरी का होना एक आम बात है। यह 40 साल से अधिक उम्र के रोगियों को प्रभावित कर सकता है। इसके होने का कारण पता करके इसे जड़ से खत्म किया जा सकता है। अधिक जानकारी के लिए अपने चिकित्सक से बात करें।
और पढ़ें: Stone Root: स्टोन रूट क्या है?
लगभग एक तिहाई लोगों में किडनी स्टोन होता है लेकिन, आधे से कम लोगों में ही इसके लक्षण पाए जाते हैं। बिना लक्षणों के भी पथरी की समस्या हो सकती है, जैसे संक्रमण और मूत्र प्रवाह में दिक्कत। मूत्रवाहिनी में जो स्टोन अटक या फस जाते हैं, वहीं लक्षणों का कारण बनते हैं।
सबसे आम लक्षण गंभीर दर्द (मूत्र शूल) हैं, जो रह रह कर उभर जाता है, जो आमतौर पर पीठ (फ्लैंक) से होकर निचले पेट तक दुखता रहता है। अन्य सामान्य लक्षणों में शामिल हैं:
यदि स्टोन संक्रमण के कारण बनता है, तो दूसरे लक्षण भी दिख सकते हैं जैसे,
कुछ दूसरे लक्षण भी हो सकते हैं, जो लिस्टेड न हो। यदि आपको किसी लक्षण के विषय में कोई चिंता है, तो अपने चिकित्सक से परामर्श करें।
[mc4wp_form id=’183492″]
यदि आप बताई गई कुछ स्थितियों से गुजर रहे हैं, तो आपको अपने डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए:
और पढ़ें: Male urinary incontinence: पुरुषों में यूरिनरी इनकॉन्टिनेंट क्या है?
यूरिन में कैल्शियम, यूरिक एसिड, सिस्टीन, या स्ट्रूवाइट (फॉस्फेट, मैग्नीशियम और अमोनियम का मिश्रण) की अधिक मात्रा में होने के कारण स्टोन बन सकते हैं। ऐसे आहार जिनमें प्रोटीन की मात्रा ज्यादा है और बहुत कम पानी पीने से पथरी होने का खतरा बढ़ जाता है। लगभग 85% गुर्दे की पथरी कैल्शियम से बनती है। यूरिक एसिड की पथरी ज्यादा होती है, यदि गाउट मौजूद हो तो। स्ट्रूवाइट स्टोन की माजूदगी से अक्सर इंफेक्शन स्टोन का खतरा रहता है।
गुर्दे की पथरी (Kidney Stones) के कई रिस्क फैक्टर हैं, जैसे:
दी गई जानकारी को किसी भी चिकित्सकीय सलाह के रूप में न समझें। अधिक जानकारी के लिए हमेशा अपने चिकित्सक से परामर्श करें।
कई बीमारियों का उपचार योगा से हो सकता है। जानिए एक्सपर्ट की राय :
और पढ़ें : Gallbladder Stones: पित्ताशय की पथरी क्या है? जानें इसके कारण, लक्षण और उपाय
किडनी स्टोन के इलाज के दौरान डॉक्टर मेडिकल हिस्ट्री, फिजिकल टेस्ट के साथ यूरिन टेस्ट करता है। आपको पेट के एक्स-रे या अल्ट्रासाउंड कराने की जरूरत हो सकती है। टेस्ट कैल्शियम, सिस्टीन और स्ट्रूवाइट स्टोन के होने की जानकारी देंगे । एक्स-रे यूरिक एसिड स्टोन साथ छोटे स्टोन का पता नहीं लगा पता। यूरिन ट्रैक में स्टोन को डायग्नोस या उसका निदान करने में सीटी स्कैन कारगर साबित होता है। ये आपको उन लक्षणों के बारे में भी जानकारी देता है, जो किडनी स्टोन का कारण बनती है।
रेयर केस ही हैं जिनके निदान में दिक्कत आती है। ऐसे केस में निदान, एक विशेष एक्स-रे आईवीपी द्वारा किया जा सकता है। इस टेस्ट में यूरिन ट्रैक को एक डाई की मदद से आउटलाइन करके स्टोन का पता लगाया जाता है।
और पढ़ें : Bladder-stone: ब्लैडर स्टोन क्या है?
नीचे बताई गई जीवनशैली और घरेलू उपचार आपको गुर्दे की पथरी से निपटने में मदद कर सकते हैं :
उपरोक्त दी गई जानकारी चिकित्सा सलाह का विकल्प नहीं है। अगर आपके कोई प्रश्न हैं, तो उसके बेहतर समाधान के लिए अपने चिकित्सक से परामर्श करें।
उम्मीद करते हैं कि आपको यह आर्टिकल पसंद आया होगा और किडनी स्टोन से संबंधित जरूरी जानकारियां मिल गई होंगी। अधिक जानकारी के लिए एक्सपर्ट से सलाह जरूर लें। अगर आपके मन में अन्य कोई सवाल हैं तो आप हमारे फेसबुक पेज पर पूछ सकते हैं। हम आपके सभी सवालों के जवाब आपको कमेंट बॉक्स में देने की पूरी कोशिश करेंगे। अपने करीबियों को इस जानकारी से अवगत कराने के लिए आप ये आर्टिकल जरूर शेयर करें।
डिस्क्लेमर
हैलो हेल्थ ग्रुप हेल्थ सलाह, निदान और इलाज इत्यादि सेवाएं नहीं देता।