इन्फ्लुएंजा का उपचार कैसे किया जाता है? (Treatment of Influenza)
आमतौर पर, इन्फ्लुएंजा के उपचार (Treatment of Influenza) के लिए पर्याप्त आराम और बहुत अधिक तरल पदार्थों का सेवन करने के लिए कहा जाता है। लेकिन अगर आपको यह इंफेक्शन गंभीर है या जटिलताओं का खतरा अधिक है, तो डॉक्टर आपको एंटीवायरल दवाईयां (Antiviral Medicine) भी दे सकते हैं ताकि फ्लू ठीक हो सके। यह दवाईयां इस प्रकार हैं – ओसेल्टामिविर (Oseltamivir), ज़नामिविर (Zanamivir) आदि। ये दवाएं आपकी बीमारी को कम कर सकती हैं और गंभीर जटिलताओं को रोकने में भी सहायक हैं।
ओसेल्टामिविर (Oseltamivir) एक ओरल दवा है। ज़नामविर (Zanamivir) को अस्थमा इन्हेलर के समान एक उपकरण के माध्यम से सांस द्वारा लिया जाता है। लेकिन, अगर किसी को कुछ पुरानी सांस संबंधी समस्याएं जैसे अस्थमा और फेफड़ों की बीमारी है तो इनका उपयोग नहीं किया जाना चाहिए।
इन्फ्लुएंजा से कैसे बचा जा सकता है? (Influenza Prevention)
इन्फ्लुएंजा (Influenza) या फ्लू की रोकथाम के लिए 6 महीने या इससे अधिक उम्र के लोगों को वार्षिक फ्लू वैक्सीनेशन (Yearly vaccination) कराने की सलाह दी जाती है। इससे फ्लू होने का जोखिम कम हो जाता है और फ्लू से होने वाली जटिलताओं को भी रोका जा सकता है। इसके अलावा इन्फ्लुएंजा की रोकथाम (Influenza Prevention) के अन्य कुछ तरीके भी हैं, जैसे:
नजदीकी कॉन्टेक्ट से बचें (Avoid Close Contact with patients)
जो लोग बीमार हैं, उनके कॉन्टेक्ट में आने से बचें। अगर आप बीमार हैं तो आप भी दूसरे लोगों के संपर्क में न आएं। जब आप बीमार हों, तब घर पर ही रहें। फ्लू (Flu) होने पर काम पर या स्कूल आदि जाने से बचें। इससे दूसरे लोग भी बीमार हो सकते हैं।
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नाक या मुंह को ढकें (Cover your Nose and Mouth)
जब भी आपको खांसी या जुकाम हो, अपने नाक को रुमाल या टिश्यू से ढंक लें। आजकल की स्थिति को देखते हुए हमेशा मास्क लगा कर रखें, खासतौर पर जब आप घर से बाहर हों।
हाथों को धोते रहें (Wash your hands)
हाथों को धोने से आप रोगाणुओं से बच सकते हैं। अगर साबुन या पानी मौजूद न हो तो एल्कोहॉल बेस्ड सैनिटाइज़र का प्रयोग करें।
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अपने मुंह, आंख या नाक को न छुएं (Don’t Touch Your Mouth, Eyes or Nose)
जब आप किसी दूषित जगह को छूते हैं, तो रोगाणु आपके हाथों में आ जाते हैं। इसके बाद जब उसी हाथ से आप अपने आंख, मुंह या नाक को छूते हैं, तो यह हमारे शरीर में प्रवेश कर जाते हैं। जिससे आप बीमार पड़ सकते हैं। इसलिए, बार-बार अपनी आंखों, नाक या मुंह को न छुएं।
अच्छी आदतें अपनाएं (Follow good habits)
इन्फ्लुएंजा (Influenza) से बचने के लिए अच्छी आदतें अपनाएं, जैसे भरपूर नींद लें, शारीरिक रूप से सक्रिय रहें, तनाव से बचे और पर्याप्त मात्रा में तरल पदार्थों का सेवन करें व पौष्टिक आहार लें।
इन्फ्लुएंजा में खानपान का ध्यान कैसे रखें? (Diet in Influenza)
इन्फ्लुएंजा (Influenza) एक ऐसी बीमारी है, जिससे बचने या राहत पाने के लिए खानपान बहुत महत्व रखता है। अपने आहार का ध्यान रख कर न केवल आप इस बीमारी में अच्छा महसूस करेंगे, बल्कि जल्दी ठीक होने में भी आपको मदद मिलेगी और आपकी इम्युनिटी (Immunity) भी मजबूत होगी। जानिए कैसा होना चाहिए इन्फ्लुएंजा में आपका आहार (Diet in Influenza):
तरल पदार्थ (Liquids)
इन्फ्लुएंजा (Influenza) या कोई भी बीमारी होने पर सबसे जरूरी है कि आपके शरीर में पानी की कमी न हो। पर्याप्त पानी पी कर आपके शरीर से हानिकारक तत्व भी बाहर निकल जाते हैं। पानी के अलावा आप अन्य हेल्दी तरल पदार्थ जैसे हर्बल टी (Herbal Tea) या नारियल पानी (Coconut Water) आदि भी पी सकते हैं।
एंटी-इंफ्लेमेटरी डायट (Anti-Inflammatory Diet)
एंटी-इंफ्लेमेटरी डायट में फल-सब्जियां (Vegetables and Fruits), साबुत अनाज (Whole Grain), फ्रेश हर्ब्स (Fresh Herbs) आदि शामिल करना चाहिए। इससे भी आपको फ्लू (Flu) से लड़ने में मदद मिलेगी।
ओमेगा-3 फैट्स (Omega-3 fats)
अधिक ओमेगा-3 फैट्स युक्त आहार का सेवन करने से भी इम्युनिटी (Immunity) बढ़ती है। इसलिए आपको जैसे टूना (Tuna), सल्मोन (Salmon), ट्राउट (Trout fish) आदि का सेवन करना चाहिए। इसके साथ ही अलसी, पम्पकिन, चिआ सीड, अखरोट आदि को भी अपने आहार में शामिल करें।