के द्वारा एक्स्पर्टली रिव्यूड डॉ. पूजा दाफळ · Hello Swasthya
स्विमर्स इयर एक तरह का संक्रमण है जो लंबे समय तक पानी में या बारिश में रहने के कारण कान में हो जाता है। यह कान की बाहरी त्वचा को प्रभावित करता है। यूनिवर्सिटी आॅफ लोवा के अनुसार, इस बीमारी का नाम स्विमर्स इयर होने के बावजूद ये उन लोगों को ज्यादा होती है जो तैराक नहीं हैं। ज्यादातर घर के बाहर समय बिताने वाले लोगों में ये समस्या देखने को मिलती है। जैसे किसान। किसान अपना ज्यादातर समय खेत में बिताते हैं जिसकी वजह से उनके कान में स्विमर्स इयर नाम का ये इनफेक्शन हो जाता है।
इस बीमारी को ओटिटिस एक्सटर्ना के नाम से भी जाना जाता है। ज्यादा समय तक पानी में रहने वालों में भी ये बीमारी देखी गई है। अगर पानी में बैक्टीरिया है तो खतरा ज्यादा बढ़ जाता है। तैरते समय पानी कान में चला जाता है और लंबे समय तक कान में बना रहता है। कान के अंदर पानी बने रहने से स्विमर्स इयर हो जाता है।
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इस संक्रमण से बचने के कई तरीके हैं। वैसे तो कान में खुद ही इतनी क्षमता होती है कि वो इनफेक्शन को पनपने से रोक सकते हैं। इसलिए कान को हमेशा सुखाकर रखना चाहिए। नहाने के बाद भी कान के पानी को पोछना चाहिए। अगर बैक्टीरिया वाला पानी कान के अंदर ही रह गया तो यह संक्रमण पैदा कर सकता है।
उत्तरी अमेरिका में 98 प्रतिशत मामलों में देखा गया कि स्विमर्स इयर बैक्टीरिया के संपर्क में आने से होता है। ज्यादातर मामलों में डॉक्टर आसानी से संक्रमण का इलाज कर सकते हैं। अगर उपचार जल्दी शुरू हो जाए तो समस्या को गंभीर होने से रोका जा सकता है।
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