कैसे जानें कि हमें कान की मशीन की जरूरत है?
सबसे पहली बात यह है कि, अगर आपको आवाज कम सुनाई देती है या आपको टीवी या गाने सुनने के लिए दूसरे लोगों से ज्यादा आवाज रखनी पड़ती है, तो यह एक सामान्य तरीका हो सकता है कि आपको बाकी लोगों की अपेक्षा कम सुनाई देता है। इसके अलावा, अगर आपको इसकी वजह से बात करने या दैनिक जीवन जीने में दिक्कत हो रही है, तो आपको डॉक्टर से बात करनी चाहिए। आपका डॉक्टर, ऑडियोमेट्री टेस्ट कर सकता है। यह टेस्ट आपके सुनने की क्षमता की जांच करता है, जिसमें इंटेंसिटी, आवाज की टोन, बैलेंस और कान के अंदरुनी हिस्से के अन्य कार्य की जांच की जाती है। सामान्य तौर पर इंसान कम से कम 20 डेसीबल (dB) तक की धीमी आवाज सुन सकता है। वहीं, आपको बता दें कि एक जेट इंजन की आवाज 140 से 180 डेसीबल तक हो सकती है। वहीं, आवाज की टोन को हर्ट्ज (Hertz) में जांचा जाता है। लो बेस टोन करीब 50 Hz की होती है और इंसान 20 से 20 हजार Hz तक की टोन सुन सकता है। इंसानों की आवाज 500 से 3 हजार हर्ट्ज की रेंज में आती है।
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आप 85 डेसीबल से ज्यादा आवाज अगर कुछ घंटे लगातार सुनते हैं, तो उससे सुनने की क्षमता पर असर पड़ सकता है। इसी समस्या को जांचने के लिए यह टेस्ट किया जाता है। जिसमें अगर आपके सुनने की क्षमता में गड़बड़ मिलती है, तो आपको हियरिंग एड का उपयोग करने के लिए कहा जाता है।
कौन-सी कान की मशीन आपके लिए बेस्ट रहेगी?
आपके लिए बेस्ट कान की मशीन आपके ऊपर निर्भर करता है। जैसे-
- आपकी सुनने की अक्षमता कितनी गंभीर है और वह किस प्रकार की है
- आपकी उम्र
- आप छोटे डिवाइस को कितना मैनेज कर सकते हैं
- आपकी जीवनशैली
- हियरिंग एड की कीमत, क्योंकि यह कई रेंज में उपलब्ध होता है