नारियल न केवल खाने के बल्कि लगाने के भी बहुत उपयोगी होता है। नारियल तेल (Coconut Oil) के तेल को गरी का तेल भी कहा जाता है। जो नारियल के पेड़ (कोकोस न्यूसीफेरा) के फलों से पाया जाता है। यह इसके पके हुए फल के गूदे या सार से निकाला जाता है। लोग इसका सेवन आहार के तौर पर भी करते हैं, साथ ही यह पानी का भी उच्च स्त्रोत होता है। इसका इस्तेमाल खाना पकाने और तलने के लिए किया जाता है।
कोकोनट का तेल बॉडी मॉस्चराइजर के लिए भी एक अच्छा विकल्प होता है। कोकोनट में 200 से 250 ML पानी होता है। इसके पानी में विटामिन्स, कैल्शियम, मैग्नीशियम, पोटैशियम व फाइबर जैसे कई पोषक तत्व भी होते हैं। कोकोनट वॉटर को एंटीऑक्सीडेंट का प्रमुख स्रोत भी माना गया है। यही वजह है कि नारियल का सेवन सेहत के लिए बेहद फायदेमंद माना गया है।
सर्वे के अनुसारः
और पढ़ें – हल्दी के फायदे क्या हैं?
नारियल तेल फायदे एक नहीं बल्कि बहुत से हैं। नारियल तेल न केवल स्किन के लिए अच्छा होता है बल्कि नारियल तेल का इस्तेमाल करने से बहुत सी समस्याओं में छुटकारा मिलता है।
गरी के तेल खाने के फायदे में डायबिटीज (मधुमेह) के जोखिम को कम किया जा सकता है। रिपोर्ट के अनुसार, इसके तेल के इस्तेमाल के फायदे टाइप -2 डायबिटीज को कंट्रोल करने में भी देखे जाते हैं। नारियल तेल का इस्तेमाल (Coconut Oil) करने से कोलेस्ट्रॉल को कम किया जा सकता है और यह बढ़े हुए ब्लड प्रेशर को भी कम करने में मदद करता है।
और पढ़ें – Picrorhiza: कुटकी क्या है?
यह तेल हृदय के स्वास्थ्य को बेहतर बनाता है। इसमें पॉली अनसैचुरेटेड फैटी एसिड की मात्रा होती है, जो हृदय रोगों के खतरे को कई गुना तक कम करने में मदद करते हैं।
नारियल के तेल का इस्तेमाल निम्नलिखित बीमारियों में किया जा सकता हैः
इसके अलावा यह इम्युनिटी को बढ़ाने, वजन घटाने और कोलेस्ट्रॉल को कम करने में भी इस्तेमाल होता है।
निम्नलिखित समस्याओं में आप नारियल तेल (Coconut Oil) को त्वचा और बालों में लगाकर मॉइस्चराइजर की तरह कर सकते हैं,
इस तेल को और भी दूसरी तरह से इस्तेमाल किया जा सकता है लेकिन इस बारे में ज्यादा जानकारी के लिए आप डॉक्टर या हर्बल विशेषज्ञ से संपर्क करें।
नारियल तेल (Coconut Oil) शरीर मे कैसे काम करता है इसको लेकर अभी ज्यादा जानकारी मौजूद नहीं है। इस बारे में ज्यादा जानकारी के लिए आप डॉक्टर या हर्बल विशेषज्ञ से संपर्क करें। हालांकि कुछ शोध यह मानते हैं कि नारियल तेल (Coconut Oil) में मीडियम चेन ट्राइग्लिसराइड्स होते हैं जो शरीर मे मौजूद सैचुरेटेड फैट (Saturated Fat) की तुलना में अलग तरीके से काम करते हैं।
इस तेल का इस्तेमाल करने से पहले आपको डॉक्टर या फार्मासिस्ट या फिर हर्बल विशेषज्ञ से सलाह लेनी चाहिए, यदि
हर्बल सप्लीमेंट के उपयोग से जुड़े नियम दवाओं के नियमों जितने सख्त नहीं होते हैं। इनकी उपयोगिता और सुरक्षा से जुड़े नियमों के लिए अभी और शोध की ज़रुरत है। इस हर्बल सप्लीमेंट के इस्तेमाल से पहले इसके फायदे और नुकसान की तुलना करना ज़रुरी है। इस बारे में और अधिक जानकारी के लिए किसी हर्बल विशेषज्ञ या आयुर्वेदिक डॉक्टर से संपर्क करें।
प्रेग्नेंसी और स्तनपान के दौरानः प्रेग्नेंसी और स्तनपान के दौरान इस हर्बल सप्लीमेंट को लेकर ज्यादा जानकारी मौजूद नहीं है। इसको इस्तेमाल करने से पहले अपने डॉक्टर से जरूर संपर्क करें।
और पढ़ें – Sweet Almond: मीठा बादाम क्या है?
नारियल तेल (Coconut Oil) के इस्तेमाल से निम्नलिखित साइड इफेक्ट्स हो सकते हैं,
हालांकि हर किसी को ये साइड इफेक्ट हों ऐसा जरूरी नहीं है। कुछ ऐसे भी साइड इफेक्ट हो सकते हैं जो ऊपर बताए नहीं गए हैं। अगर आपको इनमें से कोई भी साइड इफेक्ट महसूस हो या आप इनके बारे में और जानना चाहते हैं तो नजदीकी डॉक्टर से संपर्क करें।
और पढ़ें – Bitter Melon: करेला क्या है?
इस तेल के इस्तेमाल से आपकी बीमारी या आप जो वतर्मान में दवाइयां खा रहे हैं उनके असर पर प्रभाव पड़ सकता है। इसलिए सेवन से पहले डॉक्टर से इस विषय पर बात करें।
खासतौर पर अगर आप हाई कोलेस्ट्रॉल के मरीज हैं तो उपयोग से पहले डॉक्टर की राय लें।
और पढ़ें – Cashew : काजू क्या है? जानिए इसके फायदे और साइड इफेक्ट्स
यहां पर दी गई जानकारी को डॉक्टर की सलाह का विकल्प ना मानें। किसी भी दवा या सप्लीमेंट का इस्तेमाल करने से पहले हमेशा डॉक्टर की सलाह जरूर लें।
रोजाना दिन में दो बार 10 मिली कोकोनट आयल को आठ हफ्तों तक प्रभावित जगह पर इस्तेमाल करना चाहिए।
इस हर्बल सप्लीमेंट की खुराक हर मरीज के लिए अलग हो सकती है। आपके द्वारा ली जाने वाली खुराक आपकी उम्र, स्वास्थ्य और कई चीजों पर निर्भर करती है। हर्बल सप्लीमेंट हमेशा सुरक्षित नहीं होते हैं। इसलिए सही खुराक की जानकारी के लिए हर्बलिस्ट या डॉक्टर से चर्चा करें।
नारियल तेल निम्नलिखित रूपों में उपलब्ध है
डिस्क्लेमर
हैलो हेल्थ ग्रुप हेल्थ सलाह, निदान और इलाज इत्यादि सेवाएं नहीं देता।