10. मिथ- होम्योपैथी सर्जिकल प्रॉसीजर का अल्टरनेटिव भी हो सकती है?
होम्योपैथी किसी भी सर्जिकल प्रॉसीजर का अल्टरनेटिव नहीं हो सकती। होम्योपैथी ट्रीटमेंट की भी लिमिटेशन हैं। सर्जरी वाले केस में हमेशा सर्जरी ही की जाती है, लेकिन अगर कोई मरीज प्रारंभिक स्थिति में डॉक्टर के पास जाता है और अगर डॉक्टर उसके केस के हिसाब से उचित दवा देने में समर्थ हो जाता है तो कुछ केसेज में सर्जरी को टाला जा सकता है। हर बीमारी के प्रकार और उसकी गंभीरता पर निर्भर करता है।
11.मिथ- होम्योपैथिक ट्रीटमेंट (Homeopathy treatment) के साथ आप कोई दूसरा ट्रीटमेंट नहीं ले सकते
फैक्ट- 60 प्रतिशत मरीज जो होम्योपैथी ट्रीटमेंट लेते हैं वे पहले से ही कुछ बीमारियों के लिए दूसरी दवाएं ले रहे होते हैं। जैसे डायबिटीज और हायपरटेंशन की दवाएं। इसलिए आप दूसरे ट्रीटमेंट की दवाओं को भी होम्योपैथिक ट्रीटमेंट के साथ ले सकते हैं। यह यूनानी, आयुर्वेदिक, नैचरोपैथी की तरह ही है। अगर किसी तरह के इंटरैक्शन की संभावना होगी तो डॉक्टर इसके बारे में निर्देश देगा और दो दवाओं के समय में अंतर रखने को कहेगा।
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मिथ-12 होम्योपैथिक दवाएं एंटीबायोटिक्स को मात नहीं दे सकती
फैक्ट- कई सालों में ऐसा देखा गया है कि कई तरह के इलाज और बीमारी के नियंत्रण में होम्योपैथिक मेडिसिन एंटीबायोटिक्स के बिना ही सफल साबित हुई हैं। इसके उपयोग से किसी प्रकार के ड्रग रेजिस्टेंस की संभावना भी नहीं रहती जैसे कि एंटीबायोटिक मेडिकेशन में होता है। साथ ही होम्योपैथिक मेडिसिन के साइड इफेक्ट्स भी नहीं हैं।
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