लॉकडाउन में ईटिंग हैबिट्स : सब्जियों के सेवन में बढ़त
जैसे ही लॉकडाउन शुरू हुआ और लोग कोरोना वायरस के बारे में जागरूक होने लगे, बाजार में सब्जियों की भारी मांग देखी गई। नॉन-वेजिटेरियन लोगों ने भी शाकाहार को अपनाया। बेहतर स्वास्थ्य लाभ और सुरक्षा के लिए शाकाहारी आहार लेना लोगों ने शुरू कर दिया। कई स्टडीज में देखने को मिला कि शाकाहारियों में कम घनत्व वाले लिपोप्रोटीन कोलेस्ट्रॉल का स्तर, लो/हाई ब्लड प्रेशर और टाइप 2 डायबिटीज की दर मांस खाने वालों की तुलना में कम होती है। साथ ही साथ, वेजिटेरियन लोगों में ज्यादा बॉडी मास इंडेक्स (BMI), कैंसर दर और लम्बी बीमारियों का जोखिम भी कम होता है।
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सदियों पुराने सुपरफूड्स की ओर रुख
सदियों से हमारे किचन का अटूट हिस्सा रहे कई पोषक खाद्य पदार्थ (जवार, बाजरा, कुट्टू, गुड़ आदि) की जगह नए सुपरफूड्स (चिया सीड्स, गोजी बेरीज आदि) इस्तेमाल किए जाने लगे हैं। लेकिन, लॉकडाउन में निर्यात और आयात पर लगी पाबंदी से लोगों ने फिर से वही पुराने पोषक खाद्य पदार्थ को रसोई में जगह दे दी है। ये खाद्य पदार्थ आज आहार का एक अहम हिस्सा बन गए हैं। ये फूड्स आयरन, कैल्शियम, फॉस्फोरस और फाइबर जैसे पोषक तत्वों से भरपूर होते हैं और आपकी शारीरिक और मानसिक हेल्थ के लिए जरूरी भी।
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