के द्वारा मेडिकली रिव्यूड डॉ. प्रणाली पाटील · फार्मेसी · Hello Swasthya
कोरोनरी एंजियोग्राफी या एंजियोग्राम एक ऐसी प्रक्रिया है जो आपके दिल की रक्त वाहिकाओं को देखने के लिए एक्स-रे इमेजिंग का उपयोग करती है। यह जांचआमतौर पर यह देखने के लिए किया जाता है कि हृदय में जाने वाले रक्त प्रवाह में कोई प्रतिबंध है तो नहीं है।
कोरोनरी एंजियोग्राम के दौरान, दिल में खून पहुंचाने वाली नसों में, एक प्रकार की डाई इंजेक्ट की जाती है, जो एक्स-रे मशीन द्वारा दिखाई देती है। एक्स-रे मशीन रक्त वाहिकाओं की छवियों (एंजियोग्राम) की एक श्रृंखला लेती है। जरूरी होने पर इस प्रक्रिया के लिए डॉक्टर कोरोनरी एंजियोग्राम के दौरान दिल की धमनियों (एंजियोप्लास्टी) को भी खोल सकता है।
आमतौर पर कोरोनरी एंजियोग्राफी टेस्ट के जरिए यह पता लगाया जाता है कि आपके दिल तक खून पहुंचने वाली नसें सही तरीके से काम कर रही हैं या नहीं। कोरोनरी एंजियोग्राम या एंजियोग्राम दिल से जुड़ी प्रक्रियाओं के एक सामान्य समूह का हिस्सा है, जिसे हृदय (कार्डियक) कैथीटेराइजेशन के रूप में जाना जाता है। कार्डिएक कैथीटेराइजेशन प्रक्रियाएं दिल और खून की नसों की स्थितियों के बारे में पता लगा कर उनका निदान और उपचार दोनों करने के काम आती हैं। कोरोनरी एंजियोग्राम, दिल की स्थिति का निदान करने में मदद करती है, और कार्डिएक कैथीटेराइजेशन इस प्रक्रिया का सबसे आम प्रकार माना जाता है।
इन स्थितियों में आपका डॉक्टर आपको कोरोनरी एंजियोग्राफी की सलाह दे सकते हैं:
इलेक्ट्रोकार्डियोग्राम या इकोकार्डियोग्राम परीक्षण से पहले एंजिनोग्राम आमतौर पर नहीं किया जाता है।
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कोरोनरी एंजियोग्राफी या एंजियोग्राम हर किसी के लिए सुरक्षित तरीका नहीं हो सकता है।
इसके सामान्य और गंभीर साइड इफेक्ट्स हो सकते हैंः
आमतौर पर हर तरह के टेस्ट के दौरान कुछ जोखिम की संभावना बनी रहती है। उसी तरह कोरोनरी एंजियोग्राफी के भी कुछ जोखिम हो सकते हैं। हालांकि इसके कारण गंभीर जोखिम होने के खतरे बहुत कम होते हैं। संभावित जोखिम में शामिल हैं:
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टेस्ट कराने से आठ घंटे पहले कुछ भी खाने या पीने से परहेज करें। टेस्ट के दौरान आप अपने साथ किसी परचित को लेकर आएं, ताकि टेस्ट के बाद आप घर जा सकें। अगर टेस्ट के बाद आपको चक्कर आता है या बहुत ज्यादा कमजोरी महसूस होता है, तो अगले 24 घंटे तक आपको अस्पताल में ही रहना पड़ सकता है।
कुछ मामलों में, टेस्ट की सुबह आपको जांच के लिए अस्पताल बुलाया जा सकता है।
अस्पताल में, आपको अस्पताल का गाउन पहनना होगा और सहमति प्रपत्रों पर हस्ताक्षर करना होगा। जिसके बाद आपका ब्लड प्रेशर चेक किया जाएगा। अगर आपको डायबिटीज है, तो आपके खून की जांच की जाएगी। जिसके लिए आपको ब्लड टेस्ट और इलेक्ट्रोकार्डियोग्राम से भी गुजरना पड़ सकता है।
अगर आप वाइग्रा का सेवन करते हैं या आप गर्भवती हैं, इसके बारे में अपने डॉक्टर को बताएं। साथ ही अगर आपको सी फूड से एलर्जी है, तो इसकी जानकारी भी अपने डॉक्टर को दें।
अगर आपने कॉटेंट लेंस, चश्मा, गहना या हेयरपिन पहना हुआ है, तो उसे हटाना होगा।
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डॉक्टर को आपके एंजियोग्राम के दौरान कैसी जानकारी मिलती है यह पूरी तरह से इसी के कार्य पर निर्भर करता है।
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कोरोनरी एंजियोग्राफी की मदद से डॉक्टर यह पता करते हैं कि आपकी रक्त वाहिकाओं में क्या समस्या हैः
इस टेस्ट से आपके डॉक्टर आपको यह बता सकते हैं कि आपके लिए कौन सा उपचार सबसे सुरक्षित और लाभकारी हो सकता है।
प्रयोगशाला और अस्पताल के आधार पर, कोरोनरी एंजियोग्राफी की परिणाम भिन्न हो सकते हैं। अगर अपने टेस्ट के परिणामों को लेकर आपका कोई सवाल है, तो कृपया अपने चिकित्सक से बात करें।
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