दलिया (Daliya)- अगर आप वेजिटेरियन हैं और आप सोच रहें हैं कि आप एग, चिकन या फिश अपने डायट में शामिल नहीं कर सकते, तो को बात नहीं। आप मसल्स डेवलपमेंट के दलिया अपने रेग्यूलर डायट में शामिल कर सकते हैं। दलिया में फाइबर, प्रोटीन एवं कार्बोहाइड्रेट की मात्रा आपको हेल्दी रखने के साथ-साथ मसल्स गेन में भी सहायक है।
पालक (Spinach)- पालक में फायटोडायस्टेरॉय्ड जैसे पोषक तत्व मौजूद होते हैं, जो मांसपेशियों को स्ट्रॉन्ग और डेवलप करने में आपकी सहायता करते हैं। इसलिए अपने डायट में रोजाना नहीं बल्कि दो से तीन दिनों के गैप में पालक को शामिल किया जा सकता है।
ब्रॉक्ली (Brokali)- ब्रॉक्ली में मौजूद फाइबर सेहत के लिए अच्छा माना जाता है। इसके सेवन से डायजेशन बेहतर होता है और बॉडी से एक्स्ट्रा फैट कम करने में भी मदद मिलती है। आप इसे अपने वर्कआउट के बाद डायट में शामिल कर सकते हैं।
ब्राउन राइस (Brown rice)- राइस के बिना हमारी थाली अधूरी सी लगती है और कई लोगों को चावल खाए बिना रहा भी नहीं जाता है। अगर आपके साथ भी कुछ ऐसी ही परिस्थिति रहती है, तो आप ब्राउन राइस को अपने थाली में शामिल कर सकते हैं। ब्राउन राइस में कार्बोहाइड्रेट की मात्रा उच्च होती है और मसल्स गेन में भी यह सहायक है।
दूध (Milk)- अगर आप मसल्स गेन करना चाहते हैं, तो दूध का सेवन कर सकते हैं। दूध में प्रोटीन, मिनरल्स और कार्बोहाइड्रेट्स की मौजूदगी हेल्थ के लिए और मसल्स गेन में खास भूमिका निभाता है। वर्कआउट के बाद मलाई के बिना दूध पीना लाभदायक होता है।
पानी (Water)- हम सभी इस बात से अच्छे से वाकिफ हैं कि मानव शरीर 70 प्रतिशत पानी से बना है। हमारी मांसपेशियों की कोशिकाओं में भी लगभग 75 प्रतिशत पानी होता है। यदि हमारी मसल्स हाइड्रेट रहेंगी, तो उनमें शक्ति और ऊर्जा के स्तर में वृद्धि होगी। मसल्स डेवलपमेंट के लिए शरीर को हाइड्रेट रखना अति आवश्यक होता है।
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