एज के बढ़ने के साथ ही शरीर बदलाव होने लगते हैं। शरीर में हो रहे बदलाव के अनुसार ही शरीर को पोषण चाहिए होता है। अब शरीर को सही समय पर पोषण न दिया जाए, तो वो कमजोर होने लगता है। नानावटी सुपर स्पेशियलिटी हॉस्पिटल की आहार और पोषण विभाग की विभागाध्यक्ष डॉ. उषाकिरन सिसोदिया के अनुसार, ‘ सप्लिमेंट का यूज क्लीनिकल कंडीशन और स्ट्रिक्ट क्लीनिकल मॉनीटरिंग पर डिपेंड करता है। जो बच्चे वजन बढ़ाना चाहते हैं या जिन्हें प्रोटीन, अमीनो एसिड आदि पोषण मां के दूध से नहीं मिल पाता है, वे सप्लिमेंट का यूज कर सकते हैं। कैंसर, अल्जाइमर या पार्किंसन्स से पीड़ित पेशेंट्स को भी हर रोज हाय कैलोरी (3000) और प्रोटीन (100 ग्राम) की आवश्यकता होती है। ट्रेडीशनल मील से इसकी पूर्ती नहीं की जा सकती है। ऐसे में सप्लिमेंट जीवनदायी साबित होते हैं। बिना जानकारी या क्लीनिकल असिस्टेंस के कारण सप्लिमेंट का यूज करने से आपको परेशानी हो सकती है। सप्लिमेंट का दुरुपयोग करने से किडनी फेलियर, जोड़ों में दर्द और हड्डियों की डेंसिटी में कमी और इरिटेबल बाउल सिंड्रोम की समस्या हो सकती है।’
20 साल की उम्र में – मिस हो सकते हैं न्यूट्रीएंट्स
अगर आप 20 साल के हैं, तो आप अपनी लाइफस्टाइल के कारण कई डायट में कई न्यूट्रीएंट्स को मिस कर देते होंगे। ऐसे में आपको मल्टीविटामिन लेने की जरूरत है। महिलाएं आयरन सप्लिमेंट्स के साथ ही विटामिन-सी की गोलियां ले सकती हैं। ये आयरन के अवशोषण में अहम भूमिका निभाता है। अगर महिलाएं कुछ समय बाद यानी एक साल बाद तक बेबी प्लानिंग के बारे में सोच रही हैं, तो फोलिक एसिड की गोलियां भी ली जा सकती हैं। साथ ही प्रोटीन सप्लीमेंट की शुरूआत 20 साल के बाद की जा सकती है लेकिन आपको इस बारे में अपने न्यूट्रीशनिस्ट से जरूर बात कर लेनी चाहिए।
30 साल की उम्र में – फर्टिलिटी अहम होती है
30 साल की उम्र में न्यूट्रिशनल सप्लिमेंट्स के रूप में विटामिन डी, विटामिन बी और प्रोबायोटिक्स लिए जा सकते हैं। इस उम्र में स्ट्रेस ग्लैंड को कंट्रोल करने के लिए सप्लीमेंट्स भी लिए जा सकते हैं। कुछ महिलाएं अधिक उम्र में कंसीव करती हैं। ऐसे में फोलेट सप्लिमेंट्स भी लेना जरूरी हो जाता है। डॉक्टर की सलाह से 400 से 600 माइक्रोग्राम फोलेट लिया जा सकता है।
40 साल की उम्र में – वेट को कम करना और हॉर्मोन को बैलेंस रखना
40 साल की उम्र में पहुंचने पर शरीर कम मात्रा में विटामिन B12 का अवशोषण करता है। ऐसा खासतौर पर शाकाहारी लोगों के साथ होता है। करीब 2.4 मिलीग्राम विटामिन B12 सप्लीमेंट का रोजाना सेवन किया जा सकता है। हेल्दी मेटाबॉलिज्म, हेल्दी नर्व और ब्लड के लिए विटामिन B12 बहुत जरूरी होता है।
50 साल की उम्र में – ब्रेन और हार्ट हेल्थ
50 साल की उम्र में हड्डियां कमजोर होना शुरू हो जाती है। इस कारण से कैल्शियम की अधिक आवश्यकता होती है। शरीर के एनर्जी लेवल को बढ़ाने के लिए इस उम्र में कैल्शियम के साथ ही कुछ मिनिरल्स और एक्सरसाइज आपकी समस्याओं को कम करने का काम कर सकते हैं। आप इस बारे में अपने न्यूट्रीशनिस्ट से जरूर बात करें।
60 साल की उम्र में – अच्छा स्वास्थ्य
60 साल की उम्र में शरीर में मैग्नीशियम, विटामिन K सप्लिमेंट्स जरूर लेने चाहिए। 320 मिलिग्राम मैग्नीशियम, 90 माइक्रोग्राम विटामिन K की मात्रा बोंस और हार्ट हेल्थ को बेहतर बनाने में मदद करेगी। साथ ही प्रोटीन सप्लीमेंट और विटामिन D को भी जरूर लेना चाहिए। ऐसा करने से कमजोरी हुई इम्यूनिटी को बढ़ाने में मदद मिलेगी और साथ ही शरीर को अन्य बीमारियों से लड़ने में मदद मिलेगी।
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आंखों की अच्छी रोशनी के लिए सप्लिमेंट्स
आंखों की अच्छी रोशनी के लिए विटामिन ए, विटामिन सी, विटामिन ई आदि सप्लिमेंट्स लेने चाहिए। शरीर में विटामिन ई की कमी से मोतियाबिंद का भी खतरा हो सकता है। जिंक पावरफुल एंटीऑक्सीडेंट होता है जो कि सेल को डैमेज होने से बचाने का काम करता है। आंखों की अच्छी रोशनी के लिए सप्लिमेंट के तौर पर जिंक को भी शामिल करना चाहिए। विटामिन B1 हेल्दी आंखों के लिए जरूरी होता है। आप डॉक्टर से परामर्श करने के बाद उपरोक्त दिए गए सप्लिमेंट्स का सेवन कर सकते हैं।
एनर्जी के लिए सप्लिमेंट्स का सेवन
एनर्जी के लिए मैग्नेशियम, विटामिन B6, विटामिन B2, आयरन, प्रोटीन सप्लिमेंट आदि को लिया जा सकता है। मैग्नेशियम शरीर की थकान को दूर करने का काम करता है। विटामिन B6 ब्रेन, नर्वस सिस्टम और इम्यून सिस्टम को हेल्दी रखने का काम करता है।
ओमेगा-3 फैटी एसिड
ओमेगा 3s सेल फंक्शन के साथ ही ब्रेन हेल्थ को ठीक रखने का काम करता है। थकान से छुटकारा पाने के लिए ओमेगा 3s सप्लिमेंट लिया जा सकता है।
हेयर फॉल के लिए सप्लिमेंट्स
बाल झड़ने की समस्या आम है। अगर बालों के झड़ने की समस्या आपको परेशान कर रही है, तो सप्लिमेंट्स के तौर पर आप बायोटिन ले सकते हैं। बायोटिन का उपयोग करने से हेयर, स्किन के साथ ही नेल्स की हेल्थ भी अच्छी रहती है। बायोटिन की कमी हो जाने पर शरीर में लाल निशान के साथ ही हेयर फॉल की समस्या शुरू हो जाती है। एक दिन में 100 एमसीजी बायोटिन सप्लिमेंट ली जा सकती है। बेहतर होगा कि आप अपनी समस्या के बारे में पहले डॉक्टर को बताएं और उसके बाद ही सप्लिमेंट का सेवन करें।
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