- छाल
- पाउडर
- जड़
के द्वारा मेडिकली रिव्यूड Dr Sharayu Maknikar
लेडी फर्न एक पौधा है। इसका साइंटिफिक नाम अथिरियम फिलिक्स-फेमिना (Athyrium filix-femina) है। इसके जमीन से नीचे के तने और जड़ का इस्तेमाल दवा बनाने में किया जाता है। लोग फेफड़ों, सांस लेने में परेशानी, खांसी और पाचन तंत्र में दिक्कत होने पर लेडी फर्न का इस्तेमाल करते हैं। बता दें कि, फर्न की कई प्रजातियां होती हैं और सभी प्रजातियों के कई अलग-अलग औषधीय उपयोग होते हैं। जिनमें से कुछ भारतीय मूल की भी होती हैं। जिनमें से तीन मुख्य रूप से पाई जा सकती हैं, जो हैंः
इसकी पत्तियां लगभग 75 सेमी (30 इंच) लंबे और 25 सेमी (10 इंच) चौड़े हो सकते हैं। यह आकार में वृत्ताकार होते हैं जो गुच्छों में उगते हैं। इसके फलों के पकाने के बाद ही उसे खाने योग्य माना जाता है।
लेडी फर्न कैसे कार्य करता है, इस संबंध में पर्याप्त शोध उपलब्ध नहीं हैं। इसकी अधिक जानकारी के लिए अपने डॉक्टर या हर्बलिस्ट से संपर्क करें।
और पढ़ें : साल ट्री के फायदे एवं नुकसान – Health Benefits of Sal Tree
निम्नलिखित स्वास्थ्य स्थितियों के उपचार में लेडी फर्न (Lady fern) का इस्तेमाल किया जा सकता है, जिसमें शामिल हैंः
एक औषधी और दवा के तौर पर इसका गठिया के उपचार के लिए इसका उपयोग किया जा सकता है। यह गठिया के कारण होने वाला बाहरी और आंतरिक रूप से जोड़ों के दर्द के उपचार में लाभकारी हो सकता है।
इसका इस्तेमाल दमा के उपचार में किया जा सकता है। यह खांसी की समस्या को दूर करने के लिए भी उपयोग किया जा सकता है। साथ ही, ठंड लगने और फेफड़ों के रक्तस्राव के उपचार के लिए भी इसका इस्तेमाल किया जाता है। यह गले में खराश, सर्दी, खसरा, तपेदिक, निमोनिया, त्वचा पर लाल धब्बे, सुस्ती, स्वर बैठना, संक्रमण और सीने में दर्द के लिए भी इस्तेमाल किया जा सकता है।
महिलाओं के स्वास्थ्य संबंधित जैसे- मासिक धर्म, प्रसव के दौरान और स्तनपान जैसी स्थितियों में भी इसका इस्तेमाल एक दवा और औषधी के तौर पर किया जा सकता है। स्तनपान के दौरान और गर्भावस्था के दौरान स्तनों में होने वाले सूजन से यह राहत दिला सकता है। साथ ही, अनियमित मासिक धर्म को नियमित करने में भी मदद कर सकता है।
हालांकि, किसी भी स्वास्थ्य स्थिति में इसका किसी भी रूप में इस्तेमाल करना जोखिम भरा भी हो सकता है। इसका इस्तेमाल हमेशा अपने डॉक्टर के परामर्श और निर्देशों के अनुसार ही करें। इस बारे में अधिक जानकारी के लिए आप अपने डॉक्टर की भी सलाह ले सकते हैं।
और पढ़ें : परवल के फायदे एवं नुकसान – Health Benefits of Parwal (Pointed Guard)
निम्नलिखित स्थितियों में लेडी फर्न का इस्तेमाल करने से पहले अपने डॉक्टर से सलाह लें:
अन्य दवाइयों के मुकाबले आयुर्वेदिक औषधियों के संबंध में रेग्युलेटरी नियम अधिक सख्त नही हैं। इनकी सुरक्षा का आंकलन करने के लिए अतिरिक्त अध्ययनों की आवश्यकता है। लेडी फर्न का इस्तेमाल करने से पहले इसके खतरों की तुलना इसके फायदों से जरूर की जानी चाहिए। इसकी अधिक जानकारी के लिए अपने हर्बलिस्ट या डॉक्टर से सलाह लें।
लेडी फर्न कितना सुरक्षित है या इसके संभावित साइड इफेक्ट्स क्या हैं? इस संबंध में पर्याप्त अध्ययन उपलब्ध नहीं हैं।
और पढ़ें : Fenugreek : मेथी क्या है?
प्रेग्नेंसी और ब्रेस्टफीडिंग: प्रेग्नेंसी और ब्रेस्टफीडिंग में लेडी फर्न का इस्तेमाल कितना सुरक्षित है? इस संबंध में पर्याप्त जानकारी उपलब्ध नहीं है। सुरक्षा की दृष्टि से इसका सेवन करने से बचें।
[mc4wp_form id=’183492″]
यदि आप लेडी फर्न के साइड इफेक्ट्स को लेकर चिंतित हैं तो अपने डॉक्टर या हर्बलिस्ट से सलाह लें।
लेडी फर्न आपकी मौजूदा दवाइयों के साथ रिएक्शन कर सकता है या दवा का कार्य करने का तरीका परिवर्तित हो सकता है। इसका इस्तेमाल करने से पहले डॉक्टर या हर्बलिस्ट से संपर्क करें।
और पढ़ें : पुरुषों की ये आदतें जो बढ़ा सकती हैं क्षय रोग (TB) का खतरा
उपरोक्त जानकारी चिकित्सा सलाह का विकल्प नहीं हो सकती। इसका इस्तेमाल करने से पहले हमेशा अपने डॉक्टर या हर्बलिस्ट से सलाह लें।
हर मरीज के मामले में लेडी फर्न का डोज अलग हो सकता है। जो डोज आप ले रहे हैं वो आपकी उम्र, हेल्थ और दूसरे अन्य कारकों पर निर्भर करता है। औषधियां हमेशा ही सुरक्षित नहीं होती हैं। लेडी फर्न के उपयुक्त डोज के लिए अपने डॉक्टर या हर्बलिस्ट से सलाह लें।
और पढ़ें: Celery : अजवाइन क्या है?
लेडी फर्न निम्नलिखित रूपों में आता है:
डिस्क्लेमर
हैलो हेल्थ ग्रुप हेल्थ सलाह, निदान और इलाज इत्यादि सेवाएं नहीं देता।
के द्वारा मेडिकली रिव्यूड
Dr Sharayu Maknikar