के द्वारा मेडिकली रिव्यूड Dr Sharayu Maknikar
गैलबैनम गम की तरह एक गोंद जैसा पदार्थ होता है जो पेड़ों की जड़ों और तने से निकलता है। टेस्ट में ये कड़वा होता है। इससे तेल भी बनाया जाता है। इसका उपयोग दवाओं के साथ अरोमाथेरिपी में भी किया जाता है।
गैलबैनम ऑयल रेस्पिरेटरी ट्रैक्ट को साफ कर कोल्ड, कफ, ब्रोंकाइटिस की समस्या , अस्थमा की बीमारी और फेफड़ों संबंधित परेशानियों से निजात दिलाने में मदद करता है। इसे डायजेशन संबंधित परेशानियों, पेट में गैस बनना, खाना न पचना, कफ और पेट में ऐंठन के लिए उपयोगी माना जाता है। घावों पर लगाने के लिए इसे सीधे स्किन पर लगाया जाता है। इसके साथ ही निम्नलिखित शारीरिक परेशानियों में भी इसका उपयोग किया जाता है।
हिस्टीरिया के इलाज में है मददगार:
गैलबैनम ऑयल नर्वस सिस्टम संबंधित परेशानियों को दूर करने के लिए बेहद उपयोगी दवा है। हिस्टीरिया मेंटल और न्यूरल डिसऑर्डर स्थिति है जो ज्यादातर महिलाओं में होती है। इससे उनमें सेक्स करने की इच्छा बढ़ती है, सेक्स का ख्याल आना और अस्थिर मानसिक स्थिति जैसे लक्षण हो सकते हैं। गैलबैनम ऑयल का अरोमा हीस्टीरिया के इलाज के लिए कारगर होता है। ये दिमाग को शांत कर ओवरकम करने में मदद करता है। साइकेट्रिस्ट कई मेंटल डिसऑर्डर के लिए इसका इस्तेमाल करते हैं।
कोलिक (colic) में है फायदेमंद:
कोलिक बच्चों में होने वाली समस्या है। ये ज्यादातर डेढ़ महीने के बच्चे को होती है। हर 5 में से 1 बच्चे में ये परेशानी देखने को मिलती है। इसके होने पर बच्चा बहुत ज्यादा रोने लगता है और कुछ भी उपाय करने से उसका रोना बंद नहीं होता। कोलिक के इलाज के लिए गेलबनम का उपयोग किया जाता है। ये बच्चों में कब्ज और पेट दर्द की समस्या से भी राहत दिलाता है। इसलिए इसका उपयोग शिशु के इलाज के लिए किया जाता है।
डायरिया की समस्या में राहत:
गैलबैनम का उपयोग डायरिया की समस्या के दौरान राहत पाने के लिए भी किया जाता है। अगर आप हर्बल दवाओं का उपयोग करते हैं तो डायरिया की समस्या के दौरान आप इसे हर्बल एक्सपर्ट की सलाह से ले सकते हैं। बेहतर होगा कि आप बिना जानकारी के गैलबैनम का उपयोग करने से बचे।
डाइयूरेटिक एजेंट की तरह है फायदेमंद:
गैलबैनम ऑयल यूरीन की मात्रा को बढ़ाने और शरीर से अतिरिक्त नमक को बाहर निकालने में मदद करता है। खून में नमक की अत्यधिक मात्रा होने से हाइपरटेंशन के पेशेंट्स के लिए खतरा हो सकता है। ऐसे में गेलबनम उनके लिए काफी फायदेमंद है। इसके सेवन से कम या न के बराबर टॉयलेट जाने की समस्या धीरे-धीरे ठीक हो सकती है।
और पढ़ें: Blackcurrant: ब्लैक कर्रेंट क्या है?
चोट के निशान और एक्ने स्पॉट को करे दूर:
गैलबैनम स्किन संबंधित बीमारियों के लिए बेहद उपयोगी है। ये चोट के निशान को दूर करने के लिए अच्छा माना जाता है। ये जख्मों को भरने में भी फायदेमंद है। ये स्किन से झुर्रियों को कम कर झुलसी त्वचा से छुटकारा दिलाता है। ये स्ट्रेच मार्क्स को दूर करता है। इसके साथ ही ये स्किन को इंफेक्शन से दूर रखता है और चमकदार बनाता है। इसलिए त्वचा संबंधी परेशानी के लिए इसका उपयोग करना लाभदायक हो सकता है।
पीरियड्स में होने वाली समस्या को करे दूर:
गैलबैनम पीरियड्स (मासिक धर्म) में होने वाली समस्याएं जैसे पेट में ऐंठन, दर्द और अनियमित मासिक धर्म से राहत प्रदान करता है। महिलाओं के सेहत के लिए ये काफी अच्छा माना जाता है।
गैस की समस्या से दिलाता है राहत:
जब खाने का सही से पाचन नहीं हो पाता है तो गैस की समस्या शुरू हो सकती है। ऐसे में गैस की समस्या से बचने के लिए हर्बल एक्सपर्ट आपको गैलबैनम लेने की सलाह भी दे सकता है। खाने का पाचन अगर दुरस्त हो जाए तो गैस की समस्या से राहत के साथ ही कब्ज की समस्या से भी छुटकारा मिल जाता है।
अस्थमा की समस्या :
अस्थमी की समस्या के दौरान सांस लेने में समस्या हो जाती है। अगर आप हर्बल दवाओं का उपयोग करते हैं तो आप अस्थमा की समस्या के दौरान गैलबैनम का उपयोग कर सकते हैं। हर्बल एक्सपर्ट से जानकारी लें कि इसका उपयोग कैसे करना है। बिना जानकारी के किसी भी प्रकार की हेल्थ कंडिशन होने पर या बीमारी न होने के बावजूद हर्बल ट्रीटमेंट नहीं लेना चाहिए। आप पहले एक्सपर्ट से परामर्श कर लें और उन्हें अपनी पिछली बीमारियों के बारे में जानकारी जरूर दें। ऐसा करने से आप रिएक्शन की समस्या से बच जाएंगे।
सेक्स पावर को बढ़ाने में है मददगार:
गैलबैनम सेक्स संबंधित परेशानियों को दूर करने में भी कारगर है। ये शरीर और दिमाग दोनों को रिलैक्स कर मेल हॉर्मोन को उत्तेजित करता है। हालांकि अगर सेक्स से जुड़ी कोई परेशानी है, तो बिना डॉक्टर से संपर्क किए खुद से उपाय करने से बचें।
एंटी-अर्थराइटिक, एंटी-रियूमेटिक, एंटी-स्पास्मोडिक, एंटी-फंगल और एंटी पैरासाइटिक गुणों से भरपूर होता है। ये कई तरह के बैक्टीरिया से लड़ने में सक्षम है। इस तरह ये हमें कई बीमारियों से सुरक्षा प्रदान करता है।
और पढ़ें: Cardamom : इलायची क्या है?
यदि आपको निम्नलिखित समस्याएं हैं, तो अपने डॉक्टर या फार्मासिस्ट से सलाह अवश्य लें:
अन्य दवा के मुकाबले इस औषधि को लेकर नियम ज्यादा सख्त नहीं है। इसकी सुरक्षा का आंकलन करने के लिए अतिरिक्त अध्ययनों की आवश्यकता है। इस औषधि के लाभ को लेने से पहले इसके जोखिमों का आंकलन करना जरूरी है। इसकी ज्यादा जानकारी के लिए अपने डॉक्टर या हर्बलिस्ट से सलाह लें।
गर्भवती और स्तनपान कराने वाली महिलाओं के लिए इसका सेवन कितना सुरक्षित है, इस संदर्भ में पर्याप्त शोध उपलब्ध नही हैं। सुरक्षा की दृष्टि से प्रेग्नेंसी और ब्रेस्टफीडिंग के दौरान महिलाओं को इसका सेवन नहीं करना चाहिए। कैंसर की बीमारी वाले मरीज और कमजोर लिवर के मरीजों को इसका इस्तेमाल नहीं करना चाहिए। इससे उनकी स्थिति और बदतर हो सकती है।
और पढ़ें: Gelatin : जेलेटिन क्या है?
गैलबैनम को स्किन पर लगाना सुरक्षित माना जाता है। सीमित मात्रा में इसका सेवन सुरक्षित है। अत्यधिक मात्रा में इसका सेवन हानिकारक साबित हो सकता है। यदि आप गेलबनम के साइड इफेक्ट्स को लेकर चिंतित हैं तो अपने हर्बलिस्ट या डॉक्टर से सलाह लें।
[mc4wp_form id=’183492″]
और पढ़ें: Gourd : लौकी क्या है?
इस हर्बल सप्लिमेंट की खुराक हर मरीज के लिए अलग हो सकती है। आपके द्वारा ली जाने वाली खुराक आपकी उम्र, स्वास्थ्य और अन्य कई चीजों पर निर्भर करती है। हर्बल सप्लिमेंट हमेशा सुरक्षित नहीं होते हैं। इसलिए सही खुराक की जानकारी के लिए हर्बलिस्ट या डॉक्टर से चर्चा करें।
और पढ़ें: Moringa: सहजन क्या है?
अगर आप गैलबैनम से जुड़े किसी तरह के कोई सवाल का जवाब जानना चाहते हैं तो विशेषज्ञों से समझना बेहतर होगा। बेहतर होगा कि गैलबैनम का उपयोग करने से पहले आप हर्बल एक्सपर्ट से जानकारी जरूर लें।
डिस्क्लेमर
हैलो हेल्थ ग्रुप हेल्थ सलाह, निदान और इलाज इत्यादि सेवाएं नहीं देता।
के द्वारा मेडिकली रिव्यूड
Dr Sharayu Maknikar