के द्वारा मेडिकली रिव्यूड डॉ. हेमाक्षी जत्तानी · डेंटिस्ट्री · Consultant Orthodontist
धतूरा एक पौधा है, इसकी पत्तियों और जड़ों का इस्तेमाल दवाइयां बनाने में किया जाता है। धतूरा एक खरपतवार की प्रजाति का पौधा है। इसका फूल काफी बढ़ा होता है। धतूरे के फूल का रंग सफेद होता है। दोपहर और देर शाम इसका फूल खिलता है और सुबह को यह बंद हो जाता है। धतूरे के फूल काफी खुशबूदार होते हैं। इन फूलों को रात्रि के वक्त हॉक कीट द्वारा परागण किया जाता है।
इसकी पत्तियां बड़ी, गहरे स्लेटी और वेल्वेटी रंग की होती हैं। जिन लोगों की त्वचा संवेदनशील होती है, उन लोगों में यह डर्माटाइटिस का कारण बन सकती हैं। इसके फूल छह से सात इंच और पांच इंच चौड़े होते हैं। धतूरे के पौधे में हरे रंग का फल होता है, जो कांटों से ढंका होता है। हालांकि धतूरे के पौधे का हर हिस्सा जहरीला होता है। इसमें विषैले एल्कालॉयड्स होते हैं।
असुरक्षित होने के बावजूद भी धतूरे का इस्तेमाल नशीले पदार्थ के तौर पर और एपेटाइट लॉस में किया जाता है। त्वचा के रोगों में भी धतूरे का इस्तेमाल किया जाता है।
यह औषधि कैसे कार्य करती है, इस संदर्भ में पर्याप्त शोध उपलब्ध नहीं हैं। इसकी अधिक जानकारी के लिए अपने हर्बालिस्ट या डॉक्टर से सलाह लें। हालांकि, ऐसा माना जाता है कि धतूरे में कुछ ऐसे रसायन होते हैं, जो बॉडी के नर्वस सिस्टम के कार्यों को बंद कर देते हैं। लार बनना, पसीना, पुतली का आकार, यूरिन , डाइजेशन जैसे बॉडी के कार्य नर्वस सिस्टम से नियमित होते हैं।
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निम्नलिखित परिस्थितियों में इसका इस्तेमाल करने से पहले डॉक्टर या हर्बालिस्ट से सलाह लें:
अन्य दवाइयों के मुकाबले औषधियों के संबंध में रेग्युलेटरी नियम अधिक सख्त नही हैं। इनकी सुरक्षा का आंकलन करने के लिए अतिरिक्त अध्ययनों की आवश्यकता है। धतूरे का इस्तेमाल करने से पहले इसके खतरों की तुलना इसके फायदों से जरूर की जानी चाहिए। इसकी अधिक जानकारी के लिए अपने हर्बालिस्ट या डॉक्टर से सलाह लें।
मौखिक रूप से धतूरे का सेवन करना असुरक्षित है, क्योंकि इसमें कुछ विषैले रसायन होते हैं।
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प्रेग्नेंसी और ब्रेस्टफीडिंग: प्रेग्नेंसी और स्तनपान के दौरान मौखिक रूप से धतूरे का सेवन असुरक्षित है। धतूरे में विषैले रसायन होते हैं, जिससे गंभीर साइड इफेक्ट्स हो सकते हैं।
कंजेस्टिव हार्ट फेलियर (CHF): धतूरा आपकी दिल की धड़कन को तेज (tachycardia) कर सकता है और कंजेस्टिव हार्ट फेलियर की स्थिति और बदतर हो सकती है।
कब्ज: धतूरा कब्ज को और बुरी हालत में ले जा सकता है।
डाउन सिंड्रोम (Down syndrome): डाउन सिंड्रोम से पीड़ित लोग धतूरे में मौजूद विषैले रसायनों के प्रति अतिरिक्त संवेदनशील हो सकते हैं, जिससे उन्हें नुकसानदायक साइड इफेक्ट्स होने की संभावना होती है।
एसोफेगेल रिफ्लक्स (Esophageal reflux): धतूरा एसोफेगल रिफ्लक्स को और बदतर हालत में ले जा सकता है।
बुखार: धतूरा बुखार से पीड़ित लोगों की बॉडी के तापमान को और बढ़ा सकता है।
पेट का अल्सर: धतूरे से पेट के अल्सर की हालत और बुरी हो सकती है।
गेस्ट्रोटेस्टिनल ट्रैक इंफेक्शन्स (Gastrointestinal tract infections): धतूरे से आंत के खाली होने की प्रक्रिया में सुस्ती आ सकती है, इससे वहां पर बैक्टीरिया इक्कट्ठा हो सकते हैं। इन बैक्टीरिया से इंफेक्शन हो सकता है।
गेस्ट्रोटेस्टिनल ट्रैक ब्लॉकेज (Gastrointestinal tract blockage): धतूरा गेस्ट्रोटेस्टिनल ट्रैक अवरोध रोग (एटोनी, पेरालायटिक, इलुस, स्टेनोसिस (Atony, paralytic, ileus, stenosis)) को और बदतर कर सकता है।
हियतल हर्निया (Hiatal hernia): धतूरा हियातल हर्निया की स्थिति को और बदतर कर सकता है।
नैरो एंगल ग्लूकोमा (Narrow-angle glaucoma): धतूरा नैरो एंगल ग्लूकोमा को और बदतर कर सकता है।
मनोविकार (Psychiatric disorders): धतूरा मनोविकार संबंधी समस्याओं को और गंभीर कर सकता है।
रेपिड हार्टबीट (tachycardia): धतूरा इस समस्या को बेहद ही गंभीर कर सकता है।
सर्जरी: धतूरा सांस को धीमा कर सकता है। वहीं, सर्जरी के दौरान दी जाने वाली दवाइयां भी सांस की रफ्तार को धीमा कर देती हैं। ऐसे में सर्जरी के दौरान इन दवाइयों के साथ धतूरे का सेवन करना सांस को और धीमा कर सकता है। तय सर्जरी से कम से कम दो हफ्ता पहले लोगों को धतूरे का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए।
अल्सरेटिव कोलाइटिस: धतूरा अल्सरेटिव कोलाइटिस में समस्याओं को और बढ़ा सकता है।
यूरिन पास करने में समस्या (यूरिन रुकना): यूरिन पास ना होने की स्थिति में धतूरा हालत को और गंभीर बना सकता है।
धतूरा मुंह को सुखाना, पुतलियों को बड़ा, धुंधला दिखाई देना, सांस लेने में दिक्कत, मतिभ्रम (नशा), आकस्मिक भय और मृत्यु जैसी हालत पैदा कर सकता है।
हालांकि, हर व्यक्ति को यह साइड इफेक्ट्स नहीं होते हैं। उपरोक्त दुष्प्रभाव के अलावा भी धतूरे के कुछ साइड इफेक्ट्स हो सकते हैं, जिन्हें ऊपर सूचीबद्ध नहीं किया गया है। यदि आप इसके साइड इफेक्ट्स को लेकर चिंतित हैं तो अपने डॉक्टर या हर्बालिस्ट से सलाह लें।
धतूरा आपकी मौजूदा दवाइयों के साथ रिएक्शन कर सकता है या इससे दवा का कार्य करने का तरीका परिवर्तित हो सकता है। इसका इस्तेमाल करने से पहले डॉक्टर या हर्बालिस्ट से संपर्क करें।
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उपरोक्त जानकारी चिकित्सा सलाह का विकल्प नहीं हो सकती। इसका इस्तेमाल करने से पहले हमेशा अपने डॉक्टर या हर्बालिस्ट से सलाह लें।
हर मरीज के मामले में धतूरे का डोज अलग हो सकता है। जो डोज आप ले रहे हैं वो आपकी उम्र, हेल्थ और दूसरे अन्य कारकों पर निर्भर करता है। औषधियां हमेशा ही सुरक्षित नहीं होती हैं। धतूरे के उपयुक्त डोज के लिए अपने डॉक्टर या हर्बालिस्ट से सलाह लें।
धतूरा निम्नलिखित रूप में उपलब्ध हो सकता है:
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