के द्वारा मेडिकली रिव्यूड Dr Sharayu Maknikar
अपनी बेमिसाल खुशबू और स्वाद की वजह से इलायची (Cardamom) को मसालों की रानी कहा जाता है। मसालों के रूप में इसका उपयोग प्राचीन काल से ही किया जा रहा है। एशिया के अलावा भारतीय उपमहाद्वीप में भी यह बहुत लोकप्रिय है। अच्छी सुगंध, कामोत्तेजक गुण होने के साथ-साथ यह पेट-दर्द को कम करने में भी उपयोगी है।
यह दो प्रकार की होती है- हरी या छोटी इलायची और बड़ी इलायची।
आमतौर पर बड़ी इलायची का इस्तेमाल व्यंजनों को लजीज बनाने के लिए एक मसाले के रूप में की जाती है।
छोटी या हरी इलायची (Cardamom) का इस्तेमासृल मिठाइयों की खुशबूदार और लजीज बनाने के लिए किया जाता है। संस्कृत में इसे एला कहा जाता है। वहीं, लैटिन में एलेटेरिआ कार्डामोमम कहा जाता है।
इसके अलावा भी इलायची के दोनों की प्रकारों का इस्तेमाल विभिन्न तरह की दवाओं में किया जाता है। भारत में इसका उपयोग सांसों की बदबू दूर करने के साथ-साथ पकवानों को सुगंधित बनाने के लिए किया जाता है। ये पाचनवर्धक भी होते हैं। आयुर्वेद में इसका इस्तेमाल शरीर को मन को शांत रखने, पित्ती या वात की समस्या, श्वास से जुड़ी समस्याओं, खांसी, बवासीर, क्षय रोग (टीबी), पथरी, खुजली और हृदय रोगों के उपचार के लिए किया जाता रहा है। बता दें कि, इसके बीजों में एक प्रकार का उड़नशील तेल (एसेंशियल ऑएल) होता है।
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इलायची (Cardamom) का इस्तेमाल इन बीमारियों के इलाज में किया जाता है :
अगर आवाज बैठी हुई है या गले में खराश की समस्या है, तो सुबह उठते के बाद और रात को सोते समय छोटी इलायची चबा-चबाकर खाने के बाद गुनगुना पानी पीने से लाभ मिलता है।
अगर गले में सूजन है, तो मूली के पानी में छोटी इलायची पीसकर पीने से लाभ मिलता है।
सर्दी-खांसी और छींक होने पर एक छोटी इलायची, एक टुकड़ा अदरक, लौंग और तुलसी के पत्तों को एक साथ मिलाकर पान के साथ खाने से लाभ मिलता है।
उल्टी होने पर या उल्टी जैसा महसूस करने पर बड़ी इलायची के दानों को चबाना चाहिए।
मुंह में छाले हो जाने पर बड़ी इलायची को महीन पीसकर उसमें पिसी हुई मिश्री मिलाकर उसका सेवन करने से छाले जल्दी ही ठीक हो जाते हैं।
बदहजमी होने या पेट फूलने पर बड़ी इलायची के दाने चबाने चाहिए।
अगर आपको अस्थमा, फेफड़े या सांस से संबंधित कोई और परेशानी है, तो इलायची का सेवन कर आप अपनी तकलीफ को धीरे-धीरे दूर कर सकते हैं।
बड़ी इलायची के फायदे भी कई हैं। नीचे पढ़ें बड़ी इलायची सेहत के लिए कैसे लाभकारी है?
हार्ट के लिए हेल्दी है बड़ी इलायची
काली इलायची के सेवन से हार्ट रेट कंट्रोल रहता है, जिससे ब्लड प्रेशर भी बैलेंस रहता है। बड़ी इलायची ब्लड क्लॉट न हो इसमें भी सहायक है और इन्हीं वजहों से दिल से संबंधित बीमारियों का खतरा कम हो सकता है।
अगर आपको माउथ इंफेक्शन (मुंह का संक्रमण) या दांतों में दर्द की समस्या बनी रहती है, तो बड़ी इलायची आपकी इस परेशानी को भी दूर करने में भी सहायक है। मुंह को स्वस्थ्य रखने का राज इलायची में छुपा है।
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यह शरीर के अंदर क्या प्रभाव डालती है, इससे संबंधित बहुत कम शोध मौजूद हैं इसलिए, अधिक जानकारी के लिए किसी हर्बल विशेषज्ञ या डॉक्टर से संपर्क करें। हालांकि, कुछ शोधों में यह पता चलता है कि हरी इसमें एंटीऑक्सिडेंट और एंटी-माइक्रोबियल गुण होने के साथ-साथ यह पाचन संबंधी समस्याओं को ठीक करने में भी मदद करती है।
इसमें एंटी-माइक्रोबियल गुण होने की वजह से यह कुछ खास किस्म के बैक्टीरिया और फंगस को मारने का काम करती है। ऐसा संभव है कि इसके सेवन से फूड पॉयजनिंग (Food Poisoning) से बचा जा सकता है, लेकिन इस बारे में अभी ज्यादा शोध मौजूद नहीं हैं।
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इसके इस्तेमाल से पहले मुझे क्या जानकारी होनी चाहिए? फूड और इंग्रेडिएंट (Ingredient) के रूप में इलायची को यूएस के फूड एंड ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन (Food and Drug Administration, FDA) द्वारा नियमित किया गया है। हालांकि डाइटरी सप्लीमेंट (Dietary Supplement) के रूप में इसे विनियमित नहीं किया गया है, जिसका मतलब है कि यह अन्य चीजों के साथ मिलकर संक्रमित या दूषित हो सकती है।
इसको धूप और नमी से दूर रखना चाहिए। आपको खाने के ठीक पहले इसका सेवन करना चाहिए। हर्बल सप्लीमेंट के उपयोग से जुड़े नियम एलोपैथिक दवाओं के नियमों जितने सख्त नहीं होते हैं। इनकी उपयोगिता और सुरक्षा से जुड़े नियमों के लिए अभी और शोध की जरूरत है। इस हर्बल सप्लीमेंट के इस्तेमाल से पहले इसके फायदे और नुकसान की तुलना करना जरूरी है। इस बारे में और अधिक जानकारी के लिए किसी हर्बल विशेषज्ञ या आयुर्वेदिक डॉक्टर से संपर्क करें।
जब तक इससे जुड़े और शोध उपलब्ध नहीं हो जाते हैं, तब तक बच्चों, गर्भवती महिलाओं या स्तनपान कराने वाली महिलाओं को इलायची के सेवन से परहेज करना चाहिए।
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इसके सेवन से कई तरह के साइड इफेक्ट्स हो सकते हैं।
हालांकि हर किसी को ये साइड इफेक्ट्स हों ऐसा जरूरी नहीं है। कुछ ऐसे भी साइड इफेक्ट्स हो सकते हैं, जो ऊपर बताए नहीं गए हैं। अगर आपको इनमें से कोई भी साइड इफेक्ट महसूस हो या आप इनके बारे में और जानना चाहते हैं, तो नजदीकी डॉक्टर से संपर्क करें।
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इसके सेवन से आपकी बीमारी या आप जो वतर्मान में दवाइयां खा रहे हैं उनके असर पर प्रभाव पड़ सकता है। इसलिए सेवन से पहले डॉक्टर से इस विषय पर बात करें।
अगर आप भी करते हैं या करती हैं ऑर्गेनिक ब्यूटी प्रोडट्स का इस्तेमाल, तो पहले नीचे दिए इस वीडियो लिंक पर क्लिक करें।
यहां पर दी गई जानकारी को डॉक्टर की सलाह का विकल्प न मानें। किसी भी दवा या सप्लीमेंट का इस्तेमाल करने से पहले हमेशा डॉक्टर की सलाह जरूर लें।
एक चम्मच इलायची (Cardamom) में लगभग दो ग्राम फाइबर होता है, जो कि मसाले के हिसाब से उपयुक्त मात्रा है। इस हर्बल सप्लीमेंट की खुराक हर मरीज के लिए अलग हो सकती है। आपके द्वारा ली जाने वाली खुराक आपकी उम्र, स्वास्थ्य और कई चीजों पर निर्भर करती है। हर्बल सप्लीमेंट हमेशा सुरक्षित ही हों ऐसा नहीं है। इसलिए आपको इलायची का सेवन कितना करना चाहिए इसकी जानकारी के लिए हर्बलिस्ट या डॉक्टर से पूछें।
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यह हर्बल सप्लीमेंट निम्नलिखित रूपों में उपलब्ध है जैसे-
अगर आप इलायची (Cardamom) से जुड़े किसी तरह के कोई सवाल का जवाब जानना चाहते हैं, तो विशेषज्ञों से समझना बेहतर होगा।
डिस्क्लेमर
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