हीमोग्लोबिन इलेक्ट्रोफोरेसिस टेस्ट क्यों किया जाता है? (Importance of Hemoglobin Electrophoresis Test)
हीमोग्लोबिन इलेक्ट्रोफोरेसिस से हीमोग्लोबिन लेवल को मापा जाता है और एब्नार्मल तरह के हीमोग्लोबिन का पता लगाया जाता है। इसका प्रयोग अधिकतर एनीमिया (Anemia) , सिकल सेल डिजीज (Sickle Cell Disease) या अन्य हीमोग्लोबिन डिसऑर्डर्स (Hemoglobin Disorders) के निदान के लिए किया जाता है। अगर आपको हीमोग्लोबिन डिसऑर्डर के यह लक्षण हैं, तो आपके लिए इस टेस्ट को कराना जरूरी है:
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हीमोग्लोबिन इलेक्ट्रोफोरेसिस टेस्ट कैसे किया जाता है? (Process of Hemoglobin Electrophoresis Test)
हीमोग्लोबिन इलेक्ट्रोफोरेसिस (Hemoglobin Electrophoresis) टेस्ट हीमोग्लोबिन के निदान के लिए बेहद आसान और प्रभावी टेस्ट है। यह टेस्ट इस तरीके से किया जाता है:
टेस्ट से पहले (Before the Test)
खून में हीमोग्लोबिन के प्रकार का समय या आपके खाने-पीने से कोई संबंध नहीं है। इसलिए, हीमोग्लोबिन इलेक्ट्रोफोरेसिस (Hemoglobin Electrophoresis) टेस्ट से पहले आपको कोई खास इंस्ट्रक्शन का पालन नहीं करना पड़ता है। इसके लिए मरीज के खून का सैंपल दिन के किसी भी समय लिया जा सकता है। इसके लिए आप किसी भी अस्पताल, लैब या डॉक्टर के ऑफिस में जा सकते हैं।
टेस्ट के दौरान (During the Test)
हीमोग्लोबिन इलेक्ट्रोफोरेसिस (Hemoglobin Electrophoresis) टेस्ट के दौरान आपको केवल अपने खून का सैंपल देना है। इसके लिए डॉक्टर या टेक्नीशियन आपकी नस से थोड़ा सा खून निकाल लेंगे। इसके लिए सबसे पहले जहां से खून निकाला जाना है उस जगह को अच्छे से एल्कोहॉल वाइप से साफ किया जाएगा। उसके बाद नस में सुई को डाल कर ब्लड सैंपल ले लिया जायेगा ब्लड सैंपल के बाद आप घर जा सकते हैं।
टेस्ट के बाद (After the Test)
इस टेस्ट के बाद कोई भी जटिलता नहीं होती है। हालांकि कुछ मामलों में ब्लीडिंग, नील पड़ना, सूजन या इंफेक्शन की संभावना हो सकती है। लेकिन, ऐसा होना दुर्लभ है। अगर कोई समस्या होती है तो तुरंत डॉक्टर की सलाह लेनी चाहिए। सूजन या इंफेक्शन की स्थिति में भी डॉक्टर की राय लेना जरूरी है।
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हीमोग्लोबिन इलेक्ट्रोफोरेसिस टेस्ट परिणाम (Results of Hemoglobin Electrophoresis)
आमतौर पर इस टेस्ट का परिणाम कुछ दिनों से लेकर एक हफ्ते के भीतर आ जाता है। अगर टेस्ट की रिपोर्ट में कोई समस्या आती है, तो डॉक्टर समस्या के निदान के लिए अन्य टेस्ट करा सकते हैं। जानिए क्या कहता है इस टेस्ट का परिणाम: